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आपकी बात…गरीबी उन्मूलन के प्रयास सफल क्यों नहीं हो पा रहे हैं ?

पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं मिलीं, पेश है चुनींदा प्रतिक्रियाएं…

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जयपुर

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VIKAS MATHUR

Jun 07, 2024

सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार
सरकारी योजनाओं का फायदा लेने के लिए लोग गलत तरीके से गरीब बन जाते हैं। वे वास्तव में गरीब लोगों का हक हड़प कर जाते हैं। सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार किसी से छिपा नहीं है। राजनेताओं की संपत्ति लगातार बढ़ रही है। अमीर अधिक अमीर हो रहे हैं और गरीब अधिक गरीब। गरीबों में जागरूकता की भी कमी है।
— हिना संदीप स्वर्णकार, जहाजपुर, शाहपुरा, राजस्थान
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जनसंख्या पर नियंत्रण हो
गरीबी उन्मूलन की समस्या को जड़ से मिटाने के लिए सबसे बड़ीबांधा जनसंख्या वृद्धि के साथ-साथ अवैध आबादी (घुसपैठ) होना। बुनियादी सुविधाओं का पर्याप्त नहीं होना। ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार की कमी, व्यसनों की आदी होने के कारण गरीबी उन्मूलन सफल नहीं हो पा रहा।
— प्रहलाद यादव,महू,मध्यप्रदेश
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सरकारी सिस्टम में धांधली
भ्रष्टाचार और सरकारी प्रणालियों में धांधली की वजह से निम्नवर्ग के लोगों को गरीबी उन्मूलन की योजनाओं का फायदा नहीं मिल पाता। सरकारी सिस्टम को दुरुस्त करने की जरूरत है।
— प्रसन्न शुक्ला, कोटा राजस्थान
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भ्रष्टाचार पर कारगर कार्यवाही नहीं
गरीबी उन्मूलन के प्रयास सफल न होने का मूल कारण भ्रष्टाचार है। किसी भी राजनीतिक दल की सरकार हो, भ्रष्टाचार पर कारगर कार्यवाही नहीं होती। आम लोगों के साधारण कार्य भी बिना घूस दिए नहीं होते। इसके लिए शिकायती सिस्टम केवल कागजी बन कर रह गए हैं।
— हरिप्रसाद चौरसिया, देवास, मध्यप्रदेश
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आर्थिक अवसरों की कमी
गरीबी उन्मूलन तभी संभव है जब संसाधनों का समान वितरण हो। प्रत्येक व्यक्ति को समान अवसर मिले। जिन क्षेत्रों और समुदायों में विकास और आर्थिक अवसरों की कमी है, वहां रोजगार के नए अवसर पैदा हों।

  • हनुमान बिश्नोई, सांचौर (राजस्थान)……………………………………………..

गरीबी उन्मूलन के प्रति सरकार गंभीर नहीं
गरीबी उन्मूलन के प्रति सरकार गंभीर नहीं है। देश में रोजगार के अवसर कम हैं। जिनके पास भूमि व अन्य संसाधन हैं, वे इसे और बढ़ाने का प्रयास करते हैं। फलस्वरूप मजदूर वर्ग को आगे बढ़ने के अवसर सीमित हो जाते हैं। कम आय वालों की आय बढ़ाने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्हें स्वावलम्बी बनाने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
-आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़

जनसंख्या में निरंतर वृदिृध
जनसंख्या निरंतर बढ़ रही है। बढ़ती जनसंख्या के लिए संसाधनों की कमी है। सभी को रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य देना संभव नहीं हो पा रहा है। साथ ही प्राकृतिक आपदाएं, जलवायु परिवर्तन आदि से गरीब ही सर्वाधिक प्रभावित होता है। इसके लिए समग्र और समन्वित प्रयास करने की आवश्यकता है।
—लहर सनाढ्य, उदयपुर राजस्थान