पुनागर माता मंदिर के बंद रहे पट
कोरोना काल के कारण देवी मंदिरों में पुजारी और सेवा समिति के सदस्यों ने ही अष्टमी के दिन अभिषेक, महाआरती कर आहुतियां दी। इसी तरह से जिले में पुनागर माता मंदिर के पट कोरोना महामारी देखते हुए जिला कलक्टर ने बंद करवा दिए थे। शहर के पुनागर माता के अष्टमी के दिन हवन किया गया। यहां पर महंत अभय पुरी के सान्निध्य में हवन यज्ञ पूजन के साथ निरंतर चल रही परंपरा को निभाया। वहीं जवानों को तैनात किया गया। मुख्यमार्ग पर नाकाबंदी कर रास्ता रोक दिया गया।
कोरोना काल के कारण देवी मंदिरों में पुजारी और सेवा समिति के सदस्यों ने ही अष्टमी के दिन अभिषेक, महाआरती कर आहुतियां दी। इसी तरह से जिले में पुनागर माता मंदिर के पट कोरोना महामारी देखते हुए जिला कलक्टर ने बंद करवा दिए थे। शहर के पुनागर माता के अष्टमी के दिन हवन किया गया। यहां पर महंत अभय पुरी के सान्निध्य में हवन यज्ञ पूजन के साथ निरंतर चल रही परंपरा को निभाया। वहीं जवानों को तैनात किया गया। मुख्यमार्ग पर नाकाबंदी कर रास्ता रोक दिया गया।
करणीमाता मंदिर में ध्वजा चढ़ाई
बाह्मण स्वर्णकार समाज की ओर से करणी माता मन्दिर में हवन कर ध्वजा चढ़ाई गई।
विनोद सोनी ने बताया कि पंडित जगदीश दवे के आचार्यत्व में आहुतियां दी गई। अमृतलाल सोनी की ओर से ध्वजा चढ़ाई गई। पुजारी देव भारती ने मंत्र उचारण कर ध्वजा की पूजा अर्चना की।
बाह्मण स्वर्णकार समाज की ओर से करणी माता मन्दिर में हवन कर ध्वजा चढ़ाई गई।
विनोद सोनी ने बताया कि पंडित जगदीश दवे के आचार्यत्व में आहुतियां दी गई। अमृतलाल सोनी की ओर से ध्वजा चढ़ाई गई। पुजारी देव भारती ने मंत्र उचारण कर ध्वजा की पूजा अर्चना की।
इस मौके पर विनोद कश्यप, दीपक सोनी, अनिल सोनी, अमृतलाल, मुकेश व खेताराम आदि मौजूद थे। इसी तरह से सिंधी कॉलोनी स्थित देवी माता के मंदिर में श्रद्धालुओं ने मत्था टेक दुआ मांगी। भक्तों ने सुबह हवन किया। यह जानकारी मंदिर के पुजारी दौलत तनवानी ने दी।