कोरोना में बाजार बंद थे तो कुछ नया करने का विचार आया। अपने पति व सहेलियों से चर्चा की तो ऑनलाइन बाजार का विकल्प सामने आया। फिर क्या था, मैंने राजपूती पोशाकों के साथ ही राजपूती चूड़ा का ऑनलाइन व्यापार शुरू कर दिया। राजकोट, जयपुर, जयपुर व सूरत से उत्पाद मंगवाकर इसके फोटो अपने मोबाइल के स्टेटस पर लगाती थी। पहले तो रूझान कम था, लेकिन बाद में इसकी डिमांड बढ़ती गई। आज आलम ये है कि मैं पाली के साथ ही भीलवाड़ा, अजमेर, ब्यावर से लेकर बेंगलूरु तक अपने उत्पाद बेच रही हूं। इससे परिवार को तो सपोर्ट मिल ही रहा है, खुद को भी आत्मनिर्भर बनता देखकर गर्व महसूस होता है। – रेखा सांखला, पाली
पिछले कुछ समय में महिलाएं भी घर की जिम्मेदारी उठाने में आगे आने लगी है। विशेषकर कोरोना के बाद ये बदलाव आया है। हमारा एक महिलाओं का समूह है, जो ऐसी ही महिलाओं को मार्केट मुहैया कराने के लिए प्रदर्शनी लगाते हैं। अभी राखी पर भी प्रदर्शनी लगाई थी, जिसमें जिले के साथ ही ऐसी महिलाओं ने अपने हाथों से बनी राखियों की स्टॉल लगाई थी। खास बात ये है कि मार्केट में भी अब बदलाव आने लगा है और लोग हाथ से बने उत्पादों को खासा पसंद करने लगे हैं। अब दिवाली पर भी ऐसी ही प्रदर्शनी लगाएंगे, जिसमें महिलाओं के हाथों से बने डेकोरेशन के उत्पादों की स्टॉल लगाई जाएगी। इससे महिलाएं अपने परिवार की जिम्मेदारी उठाने में काफी सहयोग कर पा रही है। – रीमा जैन, सखी सहेली, पाली
कोरोना का दौर काफी संघर्षमयी रहा। अपने परिवार की जिम्मेदारी में कुछ सहयोग देने की मंशा से मैंने ऑनलाइन ही साडिय़ां व इमिटेशन ज्वेलरी बेचने का काम शुरू किया। पहले तो परिवार को भी समझ में नहीं आया कि मैं क्या करना चाहती हूं। लेकिन, जब बाद में ऑनलाइन ऑर्डर मिलने लगे और कुछ आमदनी होने लगी तो परिवार के सदस्य भी मेरा सहयोग करने लगे। इससे मेरा हौसला बढ़ गया। मैंने ऑनलाइन ही उत्पाद बेचने के लिए सोशल मीडिया पर गु्रप तो बनाया ही, जो भी साडिय़ों व इमिटेशन ज्वेलरी का नया स्टॉक आता है, उसे मैं ऑनलाइन ही परिचितों व ग्रुप मेम्बर्स को शेयर कर देती हूं। इससे आसानी से मुझे ऑर्डर मिल जाते हैं। आज मुझे कमाता देखकर परिवार भी काफी खुश है। – मनीषा केशावत, मारवाड़ जंक्शन
आज का दौर बदल चुका है। शहरों की तर्ज पर अब हमारे यहां भी महिलाएं घर की जिम्मेदारी उठाने के लिए आगे आने लगी है। चूंकि, मेरी कपड़ों की पसंद काफी अच्छी है तो मेरी सहेलियों व परिवार के लोगों ने इस रुचि को व्यापार में बदलने की राय दी। मुझे लगा तो मैंने इस दिशा में कदम बढ़ाया। इसके लिए पहले तो मैंने लेटेस्ट डिजाइन के लड़कियों के शूट मंगवाए और स्टेटस पर उनके फोटो अपलोड करने शुरू किए। जब रेस्पॉंस अच्छा मिलने लगा तो मैंने भी लड़कियों के शूट ऑनलाइन बेचने का कारोबार शुरू कर दिया। हमउम्र होने से लड़कियों को मेरी पसंद के शूट काफी पसंद आने लगे, जिससे बिक्री भी काफी हो जाती है। विशेषकर शादियों की सीजन में अच्छा मुनाफा हो जाता है। –टीना कोठारी, पाली