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पाली

छात्रसंघ अध्यक्षों का सोशल मीडिया वार

छात्र निधि कोष को लेकर आरोप-प्रत्यारोप
सोशल मीडया पर दिनभर छाया रहा मुद्दा 

पालीJul 03, 2019 / 11:13 am

rajendra denok

Social Media War of Students Association

छात्रसंघ अध्यक्षों का सोशल मीडिया वार


पाली. बांगड़ कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष से मारपीट मामले में सोशल मीडिया पर छात्रसंघ अध्यक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का वार शुरू हो गया। मंगलवार को दिनभर छात्रसंघअध्यक्षों का विवाद सोशल मीडिया की सुर्खियां बना रहा। मौजूदा अध्यक्ष राजेन्द्रसिंह पिलोवनी ने सोशल मीडिया में पूर्व अध्यक्ष यशपालसिंह कुंपावत पर कई आरोप लगाए। विवाद में एक और पूर्व अध्यक्ष भी शामिल हो गए। मामला छात्रसंघ कोष से जुड़ा हुआ है। हालांकि, पुलिस मामले में जांच कर रही है।
मौजूदा अध्यक्ष ने लगाया आरोप
मारपीट के आरोपी छात्रसंघ अध्यक्ष राजेन्द्रसिंह पिलोवनी ने मंगलवार को अपनी फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट शेयर की। जिसमें आरोप लगाया कि यशपाल सिंह कुम्पावत ने छात्रसंघ कोष हड़प कर उससे धोखा किया। जब उसने पैसा वापस मांगना शुरू किया तो उसके नंबर ब्लॉक कर दिए। पिलोवनी ने यह भी लिखा कि जब उसके भाई ने रुपए मांगे तो साफ इनकार कर दिया। कार्यालय में मेरे साथ भी धक्का मुक्की हुई। बाद में कुंपावत के भाई मेरे पीछे गाडिय़ां लेकर दौड़े। मैंने कोई मारपीट नहीं की। मामला झूठा दर्ज कराया है।
पूर्व अध्यक्ष ने भी आरोप नकारे
बांगड़ कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष एवं यूथ कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष यशपालसिंह कुंपावत ने भी मौजूदा अध्यक्ष के आरोपों का जवाब सोशल मीडिया पर ही दिया। उन्होंने लिखा कि जिन्होंने जानलेवा हमला करने की कोशिश की है, वो अब मुद्दे से भटकाने के लिए बेवजह के आरोप लगा रहे है। उन्होंने लिखा कि मौजूदा अध्यक्ष को उन्होंने जिताया। कॉलेज के हर बिल पर उसके हस्ताक्षर होते हैं। उन्होंने यह भी लिखा कि 2010 में छात्रसंघ अध्यक्ष बनने के बाद से ऐसा आरोप किसी ने नहीं लगाया।
पूर्व अध्यक्ष पटेल भी कूदे विवाद में
इधर, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष गणपत पटेल भी सोशल मीडिया वार में कूद गए। उन्होंने भी पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष यशपालसिंह पर आरोप लगाए कि 500 रुपए का स्टाम्प व दो हस्ताक्षरयुक्त चेक यह कहते हुए लिए थे कि चुनाव फॉर्म में काम आएंगे। बाद में छात्रनिधि कोष में आए 1.30 लाख कुम्पावत ने उन्हें देने का अनुचित दबाव बनाया। नहीं देने पर फंसाने की धमकी दी। सोशल मीडिया पर चले आरोप-प्रत्यारोप के दौर को लेकर हर कोई अपने-अपने समर्थक के पक्ष में कमेंट करता नजर आया।
झगड़े की जड़ छात्र निधि कोष
छात्रों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, कॅरियर गाइड कार्यशाला, सांस्कृतिक कार्यक्रम, क्रिकेट प्रतियोगिता सहित अन्य कार्यक्रम छात्रों के लिए आयोजित किए जाते हैं। कॉलेज प्रशासन द्वारा छात्रसंघ अध्यक्ष को बिल पेश करने पर बजट दिया जाता है। यह राशि करीब सवा लाख से डेढ़ लाख रुपए तक होती है। प्रति छात्र आवेदन शुल्क के साथ छात्र निधि शुल्क 25-30 रुपए लिए जाते हैं जो छात्रसंघ अध्यक्ष के जरिए छात्रों के लिए ही खर्च किए जाते हैं।

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