गौरतलब है कि पन्ना विधानसभा में भाजपा का टिकट नहीं मिलने से पूर्व जिलाध्यक्ष जय प्रकाश चतुर्वेदी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन फार्म भरा था। इसी तरह भाजपा के ही नरेंद्र गुप्ता ने पहले भाजपा से नामांकन डाला था। बाद में पार्टी की ओर से टिकट घोषित किए जाने के बाद नामांकन निर्दलीय के रूप में भरा था।
नरेंद्र गुप्ता केशरी का फॉर्म स्क्रूटनी के दौरान निरस्त हो गया था। इससे पार्टी के लोगों को उन्हें मनाना नहीं पड़ा, जबकि जयप्रकाश चतुर्वेदी को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा घुट्टी पिलाई गई। भाजपा में गुनौर और पवई विधानसभा से कोई प्रत्याशी बागी नहीं था।
आधा दर्जन ने नाम वापस लिए जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार नाम वापसी के अंतिम दिन 6 अभ्यर्थियों ने नाम निर्देशन पत्र वापस ले लिए हैं। चुनाव मैदान में अब 37 अभ्यर्थी हैं। अंतिम तिथि तक कुल 47 अभ्यर्थियों ने नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत किए थे। नाम निर्देशन पत्रों की जांच के दौरान 4 अभ्यर्थियों के नाम निर्देशन पत्र अमान्य कर दिए गए थे।
विज्ञापनों के संबंध में आयोग के दिशा-निर्देश समाचार माध्यमों से प्रकाशित-प्रसारित करने के पूर्व विज्ञापनों के मामले में यह सुनिश्चित किया जाए की उनमें नैतिकता एवं शिष्टता हो तथा किसी की भी धार्मिक भावनाओं को आघात ना पहुंचे। आयोग ने स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं कि ऐसा कोई विज्ञापन प्रकाशित नहीं किया जाए जो किसी भी जाति, धर्म, रंग, पंथ और राष्ट्रीयता का उपहास करता हो।
अपराध करने, हिंसा करने या लोगों को भड़काने की प्रवृत्ति रखता हो, किसी भी प्रकार की अश्लीलता दर्शाता हो, राष्ट्रीय समप्रतीक का अनादर करता हो, नारी के लिए किसी भी प्रकार से अपमानजनक हो या उपहास करता हो, दहेज, बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों से लाभ उठाता हो आदि से संबंधित विज्ञापन प्रकाशित एवं प्रसारित नहीं किए जाने चाहिए।
नहीं माने कांग्रेस के बागी पवई विधानसभा से कांग्रेस के दो बागी हैं। ये कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी मुकेश नायक के लिए सिरदर्द बन सकते हैं। अनिल तिवारी कांग्रेस से बागी होकर आप से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि भुवन विक्रम सिंह संगठन में हाल के ही महीनों में सक्रिय हुए हैं। कांग्रेस के दोनों बागी समस्या बन सकते हैं।