डीपीआर सौंपने के निर्देश
पंद्रह जून को संबंधित डीपीआर केंद्रीय विभाग को सौंप दिया जाएगा। इसमें कुल 1691 करोड़ की लागत के खर्च का अनुमान है। केंद्रीय मंत्री सुरेश शर्मा ने तीनों मोड में डीपीआर देने के निर्देश दिए हैं। इनमें पीपीपी, 50-50 अथवा दस फीसदी केंद्रीय अनुदान के आधार पर डीपीआर दिए जाएंगें। इसके बाद सरकार विचार करेगी कि अगले दो माह में इसका शिलान्यास हो जाए। फिर जमीनी स्तर पर काम शुरु हो जाएगा।
31 किलोमीटर का रुट प्रस्तावित
पटना मेट्रो का काम फिलहाल 31 किलोमीटर प्रस्तावित है। इसमें 15 किलोमीटर अंडरग्राउंड भी शामिल है। पहले चरण में दानापुर सगुना मोड़ से पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन और दूसरे चरण में रेलवे स्टेशन से गांधी मैदान होते हुए पटना सिटी तक मेट्रो कॉरडोर बनाया जाएगा।
जुलाई में शिलान्यास
नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा के अनुसार इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास जुलाई में संभावित है। दिसंबर 2019 तक पहले चरण का काम पूरा कर मेट्रो सेवा चालू करने का लक्ष्य है। नगर विकास मंत्री ने सूबे के अन्य नगर निकायों के विकास की चर्चा भी केंद्रीय मंत्री से की।
प्रमुख शहरों में हैं मेट्रो
उल्लेखनीय है कि मेट्रो ट्रेन राजधानी दिल्ली और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई समेत देश के कई प्रमुख शहरों में संचालित हैं। हालांकि मेट्रो का निर्माण आर्थिक रुप से बहुत ज्यादा भारी पड़ रहा है लेकिन इसे सार्वजनिक परिवहन का सबसे सुगम साधन माना जाने लगा है। इस वजह से भारत में भी कई बड़े शहरों में मेट्रो प्रोजेक्ट जारी हैं या इनको शुरू करने की तैयारी की जा रही है।