
सबकी जिंदगी में शादी एक महत्वपूर्ण समय होता है और इसके बाद माता—पिता बनना उनका दूसरा सपना होता है। तभी ज्यादातर लोग शादी के तुरंत बाद बच्चा प्लान कर लेते हैं। उन्हें लगता है इससे उनकी फैमिली कम्पलीट हो जाएगी, लेकिन न्यूजीलैंड में हुए एक शोध के मुताबिक ये फैसला आप पर भारी पड़ सकता है। रिसर्च के मुताबिक इससे गर्भधारण करने में समस्या आ सकती है। इसके अलावा अन्य कई नुकसान भी हो सकते हैं।

शोध के अनुसार जो महिलाएं शादी के तुरंत बाद बच्चे पैदा कर लेती हैं, उन्हें गर्भधारण में समस्याएं आती हैं। साथ ही उनका होने वाला बच्चा भी अस्वस्थ पैदा होता है।

विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार बच्चे को जन्म देने की सही उम्र 20 से 35 वर्ष के बीच होती है। इससे पूर्व या बाद में गर्भधारण करने पर शिशु में विकृति की आशंका बढ़ जाती है। उनमें ये कमियां क्रोमोसोम जीन में हुई किसी गड़बड़ी के कारण हो सकती हैं।

रिसर्च की मानें तो शादी के तुरंत बाद गर्भधारण करने पर माताओं और उनके होने वाले बच्चे की जान को तीन गुना खतरा बढ़ जाता है। इस अवस्था को प्री-एक्लेंप्सिया कहते हैं।

ब्रिटिश अखबार 'द डेली टेलीग्राफ' के मुताबिक शोधकर्ताओं ने पहली बार गर्भधारण करने वाली 2,507 महिलाओं से इस विषय पर बात की और उनसे उनके गर्भवती होने का समय पूछा। इस दौरान जिन महिलाओं ने शादी के 6—7 महीने बाद गर्भधारण किया उनके बच्चे स्वस्थ पाए गए। जबकि इससे पहले प्रेगनेंट होने वाली मदर्स के बच्चों में कुछ कमियां पाई गईं।

शादी के बाद बच्चा करने के लिए पति—पत्नी को धैर्य रखना चाहिए। उन्हें अपने रिश्ते को कुछ समय देना चाहिए। खासतौर पर कम उम्र में शादी करने वालों को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए।

जर्नल आॅफ रिप्रोडक्टिव इम्यूनोलाजी में प्रकाशित शोध की रिपोर्ट के मुताबिक जो महिलाएं 35 की उम्र के बाद व 18 साल की से पहले गर्भधारण करती हैं, उनके बच्चों में मानसिक कमजोरी आ सकती है।

इसके अलावा ऐसे बच्चे बाकी बच्चों की तुलना में शारीरिक तौर पर भी कमजोर होते हैं। ऐसे बच्चों में सोचने—समझने की भी शक्ति कम होती है। ये दूसरे बच्चों के मुकाबले देर से बात समझते हैं। इनके विकास की गति बहुत धीमी होती है।

शादी के तुरंत गर्भधारण में जिस तरह समस्या आती है, वैसे ही 35 साल की आयु के बाद प्रेगनेंट होने की संभावना कम हो जाती है। अगर आप गर्भवती होती भी हैं तब भी आपका शिशु उतना हष्ट—पुष्ट नहीं होता है।