
आजकल ज्यादातर लड़के अपने दिल की बात शेयर करने के लिए एक ऐसे साथी की तलाश करते हैं जो उसे समझ सके। ऐसे हालात में लड़का अपनी गर्लफ्रेंड को सबसे अच्छा दोस्त समझता है। मगर कई बार जल्दबाजी में लड़के ऐसी लड़कियों से ज्यादा मेल—जोल बढा लेते हैं, जिनकी वजह से उन्हें परेशानी झेलनी पड़ती है।

लड़कों को डिसेंट औैर सिंपल लड़कियां पसंद आती हैं। उन्हें लगता है कि वो समझदार होती है। मगर कई बार लड़कियों का कम बोलना और उनका बात-बात पर इमोशनल हो जाना भी लड़कों पर भारी पड़ सकता है। क्योंकि ऐसी लड़कियां बहर बात के लिए अपने साथी पर निर्भर करती है। ऐसे में लड़के को मानसिक सपोर्ट नहीं मिल पाता है।

इमोशनल लड़कियों के साथ शुरुआत में तो लड़कों की बॉडिंग अच्छी रहती हैं, लेकिन वक्त गुजरने के साथ गर्लफ्रेंड की यही आदत आपको परेशान कर सकती है। ऐसे में आप लड़की से खुलकर कोई बात नहीं कह सकेंगे। क्योंकि इससे गर्लफ्रेंड को बुरा लग सकता है।

यूं तो शक करना लड़कों का स्वभाव होता है, लेकिन कुछ लड़कियां भी ऐसी होती है जो हमेशा शक करती हैं। ऐसी लड़की से रिश्ता रखने से उनके बीच भरोसा कायम नहीं रहता है। इसके चलते कई बार बड़ी मुसीबतों का भी सामना करना पड़ सकता है।

शकी स्वभाव की गर्लफ्रेंड से जुड़ने पर लड़के की प्रोग्रेस रुक जाती है। क्योंकि ऐसी लड़कियां हमेशा अपने ब्वायफ्रेंड को अपनी नजरों के सामने देखना चाहती हैं। वो चाहती हैं कि लड़का उन्हें ही अपना सारा टाइम दें, और दूसरे किसी को न देखें। ऐसे में लड़के के ज्यादा इधर—उधर जाने से भी रिश्तों में तनाव आ सकता है।

कुछ लड़कियों का नेचर दूसरों को नीचा दिखाने वाला होता है। ऐसी लड़कियां अपने रिलेशनशिप में भी अपनी इस आदत को छोड़ती नहीं है। वो चाहती हैं कि उसका साथी हमेशा उनका साथ दें और उनकी किसी भी बात को नजरअंदाज न करें। मगर कई बार लड़की की राय गलत होने के बावजूद लड़का इसका विरोध नहीं कर सकता है। क्योंकि ऐसा करने पर संबंध टूट सकता है।

डौमिनेटिंग नेचर वाली लड़कियां दूसरों की बजाय अपना सोचती हैं। इसलिए कई बार वो लड़के से जुड़ी दूसरी चीजों जैसे—परिवार का ख्याल रखना, लड़के की भावनाओं को समझना आदि पर भी ध्यान नहीं देती हैं। ऐसी लड़की से जुड़ने पर लड़के मानसिक तौर पर परेशान रह सकते हैं।

लड़कों की तरह कई लड़कियां भी पोजेसिव नेचर की होती हैं। ऐसी लड़कियों को अपने ब्वॉयफ्रेंड का दूसरी किसी लड़की से बात करना पसंद नहीं होता है। उन्हें लगता है कि कहीं वो उससे उसका ब्वॉयफ्रेंड न छींन लें। इससे बचने के लिए कई बार लड़कियां अपने साथी पर ज्यादा ही रेस्स्ट्रिक्शन लगा देती हैं। जिसके चलते उनके रिश्ते में प्यार नहीं बचता है।

जो लड़कियां जरूरत से ज्यादा पोसिसिव होती हैं, उनके मन में हमेशा शक बना रहता है। वो पूरी तरह से अपने साथी पर परोसा नहीं कर पाती है। उन्हें अपने ब्वॉयफ्रेंड का खुद से छोड़ देने व चले जाने का शक मन में आता रहता है। ऐसे में कई बार गर्लफ्रेंड गलत कदम भी उठा सकती हैं।

कुछ लड़कियां चिपकू किस्म की होती हैं। वो हमेशा लड़के के आगे—पीछे नाचती रहती हैं, जिसके चलते लड़के को लगता है कि ये उन्हें पर्सनल स्पेस नहीं दे रही हैं। ऐसी सोच के बढने से उनमें लड़ाई—झगड़ा भी हो सकता है।