मौजूदा आंकड़ों में यह स्पष्ट दिख रहा है कि आरजेडी या जेडीयू में किसी ना किसी को सरकार बनाने के लिए बाहरी मदद की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में किसी भी पार्टी को जनादेश नहीं मिलता तो निर्दलीय अहम भूमिका निभा सकते हैं। बड़ा सवाल यह है कि अगर किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता तो क्या बिहार में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाएगा?
इधर, सभी मतगणना केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कोरोना संक्रमण काल के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए राज्य के 38 जिला मुख्यालय में मतगणना के लिए 55 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं।
बिहार राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, पूर्वी चंपारण, सीवान, बेगूसराय और गया में तीन-तीन नालंदा, बांका, पूर्णिया, भागलपुर, दरभंगा, गोपालगंज, सहरसा में दो-दो मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। 55 मतगणना केंद्रों में 414 हॉल बनाए गए हैं।
पहला परिणाम दिन के तीन बजे तक आने के आसार हैं। सभी मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उन्हीं लोगों को मतदान केंद्रों पर जाने दिया गया है, जिनके पास आवश्यक पास है।
पटना के सभी 14 विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना पटना के एएन कॉलेज में हो रही है। पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने कहा कि मतगणना को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।