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कांग्रेस विधायक दल की बैठक में इस बात पर भी चर्चा होगी कि, नीतीश कुमार के साथ पार्टी अपना क्या रुख रखे। हालांकि ये चर्चा है कि बीजेपी से संबंध तोड़ने पर विपक्षी खेमे में नीतीश का स्वागत हो सकता है।
शकील अहमद खान के मुताबिक, कांग्रेस का हमेशा यह मानना रहा है कि समान विचारधार के लोगों को साथ में ही काम करना चाहिए। समाजवादी विचारधारा में विश्वास रखने वाली जेडीयू अगर बीजेपी का साथ छोड़ती है तो हम निश्चित रूप से इसका स्वागत करेंगे। इसी को लेकर बैठक में मुख्य रूप से चर्चा होगी।
शकील अहमद खान ने हालांकि सीएम नीतीश कुमार की ओर से सोनिया गांधी से फोन पर बातचीत को लेकर कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि, पिछली रात इन दिनों के बीच फोन बात हुई है या नहीं इसको लेकर मैं कुछ नहीं कर सकता। इस तरह के मामलों पर पार्टी के शीर्ष नेता या फिर प्रवक्ता की टिप्पणी कर सकते हैं।
शकील अहमद से जब सवाल पूछा गया कि मौजूदा राजनीतिक हालातों को देखते हुए कांग्रेस जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार या फिर राजद नेता तेजश्वी यादव किसके साथ होगी? इसके जवाब में शकील ने कहा कि, ये फैसला समय आने पर पार्टी नेताओं की सहमति से लिया जाएगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि, इन सब बातों से पहले ये बात सबसे ज्यादा जरूरी है कि नीतीश कुमार बीजेपी से अपने संबंधों के तोड़ने की घोषणा करें। जब नीतीश कुमार ये घोषणा करेंगे उसके बाद इस तरह के सवालों को लेकर कोई संभावना बनती है।
बिहार के सिसायी संकट के संकेतों के बीच राजनीतिक दलों ने बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने जहां सोमवार को बैठक बुलाई वहीं जेडीयू ने भी मंगलवार सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री आवास पर बैठक बुलाई है।
इसके अलावा बताया जा रहा है कि, राष्ट्रीय जनता दल ने भी 9 अगस्त को पटना में राबड़ी देवी के आवास पर अपने सांसदों और विधायकों की बैठक बुलाई है। दरअसल राजद अपने विधायकों को बुधवार तक पटना में रहने का निर्देश दिया है।
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