चुनाव तिथि के ऐलान में हुई जल्दबाजी सिंघवी ने मीडिया से कहा, ‘राव ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा में जल्दबाजी की और जानबूझकर मतदाता सूची की विसंगतियों की उपेक्षा की, जिससे लाखों योग्य मतदाता अपने मताधिकार से वंचित होंगे और यह पूरी तरह से चुनाव की समग्रता को खत्म कर देगा, जब भी चुनाव कराए जाएंगे।’
30 लाख मतदाता फर्जी हैं तेलंगाना की सूची में उन्होंने कहा, ‘यह स्पष्ट है कि तेलंगाना के कार्यवाहक मुख्यमंत्री अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए चुनाव की पवित्रता की बलि दे रहे हैं।’ सिंघवी ने कहा कि पार्टी की एक जांच में खुलासा हुआ है कि निर्वाचन आयोग के 10 सितंबर को प्रकाशित मतदाता सूची में करीब 30.13 लाख फर्जी मतदाताओं के नाम हैं। गौरतलब है कि टीआरएस नेता के चंद्रशेखर राव ने कार्यकाल पूरा होने से काफी पहले ही इस्तीफा दे दिया, जिसके चलते राज्य में समय से पहले चुनाव हो रहे हैं। गौरतलब है कि तेलंगाना में लोकसभा चुनाव के ठीक बाद चुनाव होने थे, लेकिन इससे पहले ही हो जाएंगे।