LAC पर चीन को एक और झटका, पैट्रोलिंग प्वाइंट 14-15 पर China Army दो किलोमीटर पीछे दरअसल बुधवार को सैन्य सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि रविवार को दोनों देशों के कोर कमांडरों की बैठक में सहमत शर्तों के मुताबिक लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा ( Line of Actual Control ) के कुछ विवादित इलाकों से दोनों देशों की सेनाओं को दो किलोमीटर तक पीछे हटाने की प्रक्रिया ( Disengagement process ) पूरी कर ली गई है। बताया गया था कि पैट्रोलिंग प्वाइंट ( patrolling points ) 14 और 15 से भी चीनी सैनिक ( Chinese Army ) पीछे चले गए हैं और वहां बने अपने टेंट और निर्माण हटा लिए हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने इसे लेकर कई ट्वीट किए और केंद्र सरकार से सवाल पूछे। चिदंबरम ने अपने पहले ट्वीट में साफ तौर पर लिखा, “मैं चीनी सैनिकों द्वारा मुक्त करने और वापस जाने का स्वागत करता हूं। क्या कोई हमें वह स्थान बताएगा, जहां से चीनी सैनिक विस्थापित हुए थे और जिस स्थान पर वे अब हैं।”
इसके बाद उन्होंने अगला ट्वीट किया, “इसी प्रकार वह कौन सी जगह है जहां से भारतीय सैनिकों को विस्थापित किया गया था? क्या कोई भी सेना- चीनी या भारतीय – LAC के एक तरफ से दूसरी तरफ जाती है?”
चिदंबरम ने अपने ट्वीट की श्रंखला में आगे लिखा, “इन सवालों का जवाब जरूरी हैं, क्योंकि भारतीय लोग 15 जून को क्या और कहां हुआ, इसका पता लगाने के लिए ट्रेजर हंट पर हैं।”
LAC पर China को मिलेगा मुंहतोड़ जवाब, Indian Army ने 30 हजार सैनिक किए तैनात गौरतलब है कि बीते 15 जून को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प ( india china standoff galwan valley ) की घटना को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (
pm modi ) पर सच छिपाने का आरोप लगा रही है। गलवान घाटी में हुई इस हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, चीन द्वारा अभी तक मारे गए उसके सैनिकों के आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं।