उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि मेरा मतलब था कि जनता में आक्रोश बढ़ रहा है और अगर कुछ भी गड़बड़ करेंगे तो जनता उसका जवाब देगी। इसके लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिम्मेदार होंगे।
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कश्मीर: कुलगाम में सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेरा, गोलीबारी में 2 आतंकी ढेर RLSP पर JDU का पलटवार दरअसल, मंगलवार को उपनेद्र कुशवाहा ने एक्जिट पोल के नतीजे पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि
भाजपा रिजल्ट लूटने की कोशिश कर रही। उसके इस रवैये से सड़कों पर खून बहेगा। इस बयान से बिहार में सियासत गरमा गई है और अब जेडीयू हमलावर हो गया है। संजय सिंह ने कहा है कि आपका खून लाल है, तो हमारा खून भी लाल है। चाहें तो फरिया लीजिए, हमने भी चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं। आलम यह है कि अब बिहार में नेता एक-दूसरे को खुली चुनौती दे रहे हैं।
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पंजाब के 6 मंत्रियों ने नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ खोला मोर्चा, बड़ी कार्रवाई के संकेत क्या कहा था कुशवाह ने? मीडिया से बात करते हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा था कि पहले बूथ लूटा जाता था। लेकिन, अब भाजपा एक्जिट पोल के परिणाम को शस्त्र बनाकर रिजल्ट लूटना चाहती है। ईवीएम को इधर-उधर किए जाने की बातें सामने आई हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि रिजल्ट लूट की कोई कोशिश हुई तो हथियार भी उठाने से परहेज नहीं करेंगे। जनता का आक्रोश संभल नहीं पाएगा। उन्होंने कहा कि जनता को स्वयं आगे आना चाहिए। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर आरोप लगाया कि उन्होंने पहले से ही यह तय किया हुआ है कि किसी भी तरह से जीत हासिल करनी है। कुशवाहा ने यहां तक कहा कि पहली बार मनोवैज्ञानिक दबाव बनाकर देश में रिजल्ट लूट का प्रयास किया जा रहा है। इससे जनता में आक्रोश है। अगर इस आक्रोश में वह सड़क पर उतरती है और कोई घटना हो जाए तो इसकी पूरी जवाबदेही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की होगी। किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सरकार को तैयार रहना चाहिए।