पीएम के साथ मुलाकात से बचने के लिए बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व ने केसीआर को आड़े हाथों लिया है। राज्य भाजपा प्रमुख बंदी संजय कुमार ने आरोप लगाया कि टीआरएस प्रमुख प्रधानमंत्री का सामना करने से बचने के लिए राज्य से भाग रहे हैं। हालांकि टीआरएस नेताओं ने भाजपा के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने दावा किया कि केसीआर की बैंगलोर यात्रा पहले से ही निर्धारित थी।
बता दें कि इससे पहले भी मोदी के हैदराबाद पहुंचने पर केसीआर ने उनसे मुलाकात नहीं की थी। जिसको लेकर बीजेपी ने तब भी हमला बोला था। केसीआर ने 5 फरवरी को हैदराबाद पहुंचने पर मोदी की अगवानी नहीं की थी और उन दो कार्यक्रमों में भी शामिल नहीं हुए थे जिनमें प्रधानमंत्री शामिल हुए थे। दिन भर की यात्रा के दौरान पीएम ने संत रामानुजाचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया और आईसीआरआईएसएटी की 50वीं वर्षगांठ समारोह का उद्घाटन किया।
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ऐसे में यह चार महीने से भी कम समय में दूसरी बार ऐसा हुआ कि केसीआर ने प्रधानमंत्री मोदी के हैदराबाद आगमन पर उनका अभिवादन करने से परहेज किया। हालांकि पहली बार मुख्यमंत्री ने बाद में स्पष्ट किया कि उनके परिवार के कुछ सदस्यों में कोविड जैसे लक्षण पाए गए थे। इस कारण पीएम मोदी के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुई। लेकिन जानकार बताते हैं कि केसीआर इस समय देश की राजनीति में एक तीसरे गुट की संभावना को तलाश रहे हैं। इसलिए वो गैर-भाजपा और गैर कांग्रेस के दलों के नेताओं के साथ लगातार मुलाकात कर रहे है। हाल ही में उन्होंने अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की थी।