उदारहण के लिए मध्यप्रदेश सीमावर्ती पहाडिय़ों के बीच बसे आदिवासी अंचल के बड़ी साखथली पंचायत के गांव भैसों की नाल व अम्बिरामा पंचायत के गांव पाटिया खोरा में बारिश के दौरान पुलिया बहकर चली गई।
समस्याओं का आलम यह है कि यहां कोई बीमार होता है या किसी महिला को प्रसव के लिए ले जाना हो तो उसे परिवार वालों को मिलकर खाट सहित उठा कर ले जाना पड़ता है। भैंसों की नाल व पाटिया खोरा के बच्चों को उच्च माध्यमिक स्कूल के लिए अंबीरामा वह उच्च प्राथमिक के लिए लुहारखाली गांव के स्कूलों में जाने के लिए रास्ता नहीं होने से बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती हैं। भैंसों की नाल,पाटिया खोरा के विद्यालयों में 4 किलोमीटर पैदल ही जाना पड़ता है। चंदेरा से पारखन्दा रातीतलाई को जोडऩे वाली सडक़ की पुलिया क्षतिग्रस्त होने से आवागमन में परेशानी हो रही है।
प्रशासन ने मांगे थे मरम्मत के प्रस्ताव :जिला प्रशासन ने गत दिनों सार्वजनिक निर्माण विभाग से सडक़ों की मरम्मत के लिए प्रस्ताव मांगे थे। इसपर विभाग ने छह करोड़ का तखमीन बनाया था। इसमेें से दो करोड़ रुपए के प्र्रस्ताव जिला स्तर पर मंजूर हो गए। शेष चार करोड़ के राशि भी स्वीकृत होने की उम्मीद है।
ग्रामीण क्षेत्र की सडक़ों की मरम्मत के लिए हमने छह करोड़ रुपए मांगे थे। इसमें से 2 करोड़ रुपए जिला प्रशासन के स्तर पर मंजूर हुए हैं। इसका टेण्डर एक दो दिन में हो जाएगा। इसके बाद जिले की सडक़ों की मरम्मत का काम शुरू हो जाएगा। शेष 4 करोड़ की मंजूरी भी शीघ्र ही मिलने वाली है।
जीएल वर्मा, अधिशासी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, प्रतापगढ़