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यूं गिरा परिणाम
पिछले साल की तुलना में इस वर्ष जिले का परिणाम काफी गिर गया। गत वर्ष 12वीं कला विषय का जिला स्तरीय परीक्षा परिणाम 90.63 प्रतिशत था, और इस वर्ष यह 86.16 प्रतिशत पर ही अटक गया। इस प्रकार 04.47 प्रतिशत की सीधी गिरावट रही।
गत वर्ष पांच वर्षो का बेहतरीन परिणाम
वर्ष 2016-17 में 12वीं कला विषय का बोर्ड परीक्षा 5 वर्षो में सबसे बेहतर था। प्रतापगढ़ जिला वर्ष 2009 में बोर्ड में शामिल किया गया। पहली बार वर्ष2010-11 में जिला स्तरीय परीक्षा परिणाम जारी किया गया। जिसमें 12वीं कला का परीक्षा परिणाम 92 प्रतिशत रहा था हालांकि इसके बाद परिणाम काफी नीचे रहा लेकिन गत वर्ष 2016-17 में परीक्षा परिणाम 90.63 रहा था। गत वर्ष के परीक्षा परिणामों को देखते हुए इस वर्ष भी जिले को बहुत उम्मीदें थी। लेकिन जिला स्तरीय परिणाम ने सभी उम्मीदें तोड़ दी।
यूं गिरा परिणाम
पिछले साल की तुलना में इस वर्ष जिले का परिणाम काफी गिर गया। गत वर्ष 12वीं कला विषय का जिला स्तरीय परीक्षा परिणाम 90.63 प्रतिशत था, और इस वर्ष यह 86.16 प्रतिशत पर ही अटक गया। इस प्रकार 04.47 प्रतिशत की सीधी गिरावट रही।
गत वर्ष पांच वर्षो का बेहतरीन परिणाम
वर्ष 2016-17 में 12वीं कला विषय का बोर्ड परीक्षा 5 वर्षो में सबसे बेहतर था। प्रतापगढ़ जिला वर्ष 2009 में बोर्ड में शामिल किया गया। पहली बार वर्ष2010-11 में जिला स्तरीय परीक्षा परिणाम जारी किया गया। जिसमें 12वीं कला का परीक्षा परिणाम 92 प्रतिशत रहा था हालांकि इसके बाद परिणाम काफी नीचे रहा लेकिन गत वर्ष 2016-17 में परीक्षा परिणाम 90.63 रहा था। गत वर्ष के परीक्षा परिणामों को देखते हुए इस वर्ष भी जिले को बहुत उम्मीदें थी। लेकिन जिला स्तरीय परिणाम ने सभी उम्मीदें तोड़ दी।
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बालिकाओं ने मारी बाजी
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से जारी परीक्षा परिणामों में जिले की बालिकाओं ने बालकों से कुछ बाजी मारी है। जहां परीक्षा में शामिल 2685 बालकों का परीक्षा परिणाम 84.32 रहा वहीं परीक्षा में शामिल 2568 बालिकाओं का परीक्षा परिणाम 88.08 प्रतिशत रहा। ऐसे में बालकों की तुलना में बालिकाओं का परीक्षा परिणाम 03.76 प्रतिशत अधिक रहा। परीक्षा में 716 बालक प्रथम श्रेणी से पास हुए वहीं 954 बालिकाएं प्रथम श्रेणी से पास हुई। ऐसे में 238 बालिकाएं ज्यादा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुई।
…………………..
पिछले सात वर्षों का परिणाम
कक्षा 12 वीं कला
सत्र प्रतिशत
2010-11 92
2011-12 75.35
2012-13 79.74
2013-14 67.82
2014-15 86.62
2015-16 81.59
2016-17 90.63
……………………..
इस वर्षका यह रहा परिणाम विज्ञान
कुल विद्यार्थी 5253
प्रथम श्रेणी 1670
द्वितीय श्रेणी 2494
तृतीय श्रेणी 362
कुल उत्तीर्ण 4526
प्रतिशत 86.16
बालिकाओं ने मारी बाजी
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से जारी परीक्षा परिणामों में जिले की बालिकाओं ने बालकों से कुछ बाजी मारी है। जहां परीक्षा में शामिल 2685 बालकों का परीक्षा परिणाम 84.32 रहा वहीं परीक्षा में शामिल 2568 बालिकाओं का परीक्षा परिणाम 88.08 प्रतिशत रहा। ऐसे में बालकों की तुलना में बालिकाओं का परीक्षा परिणाम 03.76 प्रतिशत अधिक रहा। परीक्षा में 716 बालक प्रथम श्रेणी से पास हुए वहीं 954 बालिकाएं प्रथम श्रेणी से पास हुई। ऐसे में 238 बालिकाएं ज्यादा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुई।
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पिछले सात वर्षों का परिणाम
कक्षा 12 वीं कला
सत्र प्रतिशत
2010-11 92
2011-12 75.35
2012-13 79.74
2013-14 67.82
2014-15 86.62
2015-16 81.59
2016-17 90.63
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इस वर्षका यह रहा परिणाम विज्ञान
कुल विद्यार्थी 5253
प्रथम श्रेणी 1670
द्वितीय श्रेणी 2494
तृतीय श्रेणी 362
कुल उत्तीर्ण 4526
प्रतिशत 86.16