मदरसा बोर्ड की अनदेखी है…
जिला संयोजक बनने के बाद से जिले में स्थित मदरसों की स्थिति को सुधारने के लिए लगातार प्रयास कर रहा हूं। जिन मदरसों में भवन व अध्यापक नहीं है उनकी मांग रखी गई है। लेकिन वक्फ बोर्ड राजस्थान की ओर से निरन्तर जिले की अनदेखी की जा रही है। मदरसों के भवन और पेराटीचर्स आदि के लिए कई बार लिखित रूप में अवगत कराया गया है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
हाजी जाहिद हुसैैन शेख,
जिला संयोजक, मदरसा कमेटी, जिला प्रतापगढ
मदरसों की स्थिति खराब है
मदरसों में अध्यापक नियुक्त करने की जिम्मेदारी तो विभाग की होती है। पर कोई सुनवाई नहीं होती है। न ही विभाग की ओर से मदरसों की बेहतरी और संचालन संबंधी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जाती है। मदरसों की दयनीय स्थिति के लिए सरकार और विभाग दोनों जिम्मेदार है।
मकसूद खान मेव, उपाध्यक्ष अंजुमन फुरकानियां कमेटी, जिला प्रतापगढ़
पैराटीचर्स के लिए विभाग को अवगत कराया गया है…
अधिकांश कमेटियों के पदाधिकारी भी निष्क्रिय है। विभाग की ओर से जो भी साधन संसाधन हमें मिल रहे है, वे हम मदरसों को उपलब्ध करा रहे है। जिन मदरसों में पैराटीचर्स नहीं है। उनके लिए विभाग की ओर से पैराटीचर्स लगाने की मांग की गई है।
बनवारीलाल शर्मा,
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी प्रतापगढ़