इस बीच अजमेर डिस्कॉम ने ठेकेदार के खिलाफ बिजली लाइन के निकट अवैध रूप से निर्माण करने और हादसा करने का मामला पुलिस में दर्ज कराया गया है। शहर के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में बस स्टैण्ड के निकट कुछ दुकानों का निर्माण कराया जा रहा था। रविवार सुबह रामकन्या बाई (25) पत्नी जालम सिंह निवासी पांच इमली थाना प्रतापगढ़ और गंगाबाई(30) पत्नी नारायण निवासी बांडीखाली थाना सुहागपुरा दोनों छत पर काम कर रही थी।
इस करीब 11 बजे एक महिला का हाथ पास से गुजर रही बिजली की लाइन के तारों से छू गया। उसकी चीख सुनकर दूसरी उसे बचाने आई लेकिन वह भी करंट की चपेट में आ गई। करंट इतना तेज था कि दोनों के शरीर में आग लग गई। दोनों के शरीर से लपटें उठने लग गई। करंट से एक महिला का एक पैर जलकर राख हो गया, जबकि दूसरी महिला का आधा शरीर बुरी तरह जल गया।
चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और डिस्कॉम में फोन कर बिजली बंद कराई और पानी डाल कर आग बुझाई। इस बीच सूचना पाकर प्रतापगढ़ थाना पुलिस और एम्बुलेंस मौके पर पहुंची। दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचाए गए। वहां से पुलिस ने परिजनों को सूचना दी।
मुआवजे की मांग को लेकर अड़े परिजन
दोपहर बारह बजे तक दोनों महिलाओं के परिजन जिला चिकित्सालय पहुंच गए। वे मुआवजा देने की मांग को लेकर अड़ गए और पोस्टमार्टम नहीं करने दिया। इस बीच पुलिस ने दुकान का काम कर रहे निर्माण ठेकेदार के प्रतिनिधियों केा बुलाया। दोनों पक्षों में मुआवजे को लेकर राजीनामा हो गया। तब जाकर शाम पांच बजे बाद पोस्टमार्टम शुरू हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
डिस्कॉम ने ठेकेदार पर करवाया मामला दर्ज
घटना स्थल पर दुकान के बिलकुल पास से बिजली की लाइन गुजर रही है। दुकान का काम करवाने वालों और ठेकेदार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। बिजली से सुरक्षा का कोई उपाय नहीं किया। अजमेर डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता ने रविशंकर गुप्ता ने बताया कि दुकान का काम ठीक बिजली लाइन के नीचे हो रहा था। इसके लिए पहले भी ठेकेदार को पाबंद कर काम रूकवा था। इसके बावजूद उसने काम जारी रखा। वहां बिजली की लाइन पहले से ही गुजर रही थी। कोई भी निर्माण होने से पहले इसे देखा जाना चाहिए था। इस मामले में डिस्काम के कनिष्ठ अभियंता की ओर से प्रतापगढ़ थाने में ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज करवाया गया।