इस उपचुनाव में अपना दल प्रत्याशी को 52949 वोट मिले, जबकि सपा के बृजेश वर्मा को 23228, बसपा के रंजीत पटेल को 19000 वोट मिले। वहीं कांग्रेस के नीरज त्रिपाठी को 19715 वोट मिला। एआईएमआईएम प्रत्याशी इसरार अहमद को 20269 वोट मिले, जो बसपा और कांग्रेस के उम्मीदवार से ज्यादा थे। अपना दल प्रत्याशी को कुल वोट का 35. 49 फीसदी, सपा को 15. 57 फीसदी, बसपा को 12.74 फीसदी, कांग्रेस को 13.22 फीसदी, वहीं एआईएमआईएम को 13.59 फीसदी वोट मिला।
इस बार के उपचुनाव में 2017 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले अपना दल, सपा और बसपा के वोट प्रतिशत में भारी गिरावट देखने को मिली। 2017 में जहां अपना दल प्रत्याशी को 44.17 फीसदी वोट मिले थे वो इस बार घटकर 35. 49 फीसदी पर आ गया, मतलब अपना दल को करीब 8.68 फीसदी वोट कम मिले। वहीं 2017 में दूसरे नंबर पर रही सपा को 25.29 फीसदी के मुकाबले 15.57 फीसदी वोट कम मिले। बसपा प्रत्याशी रंजीत पटेल को 2017 के 22.82 फीसदी के मुकाबले 12.74 फीसदी वोट मिले। हालांकि कांग्रेस और एआईएमआईएम ने सभी दलों को चौंकाते हुए यूपी की इस सीट पर अच्छा प्रदर्शन किया । कांग्रेस उम्मीदवार को 13.22 वोट मिले जो बसपा से ज्यादा था, वहीं एआईएमआईएम प्रत्याशी को 13.59 फीसदी वोट मिला जो कांग्रेस और बसपा दोनों से ज्यादा था । एआईएमआईएम प्रत्याशी इसरार अहमद ने सभी को चौंकाते हुए इस सीट पर सभी राजनीतिक दलों की ना सिर्फ परेशानी बढ़ाई, बल्कि आने वाले समय के लिये बड़ी चुनौती भी दे डाली।