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प्रयागराज

प्रयागराज में लोग सड़कों पर ही कर रहे पिंडदान, ये है वजह

संगम तक नहीं पहुंच पा रहे लोग

प्रयागराजSep 26, 2019 / 05:01 pm

प्रसून पांडे

In Prayagraj, people are doing Pindadan on the streets

प्रयागराज में लोग सड़कों पर ही कर रहे पिंडदान, ये है वजह

प्रयागराज । गंगा यमुना मेंआई बाढ़ से जनजीवन अव्यवस्थित है। हांलाकि बीते दो दिनों से गंगा-यमुना का जल स्तर कम हो रहा है। शहर के तमाम इलाकों से पानी उतरने लगा है। लेकिन बाढ़ के चलते अभी भी गंगा- यमुना सड़कों और रिहाइशी इलाकों में बह रही हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों के साथ बाहर से आने वाले श्रधालुओ को भी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है ।

संगम जाने वाले रास्ते तीन किलोमीटर पहले से ही बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ की वजह से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज़्यादा दिक्कत संगम घाट तक आने वाले श्रद्धालुओं को हो रही है। इन दिनों पितृ पक्ष चल रहा है और देश के अलग -अलग हिस्सों से हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पिंडदान व तर्पण के लिए यहां आ रहे हैं। संगम और वहां तक जाने वाले रास्तों पर पानी भरा होने के चलते पिंडदान रिहाइशी बस्तियों में हो रही है। तमाम तीर्थ पुरोहित या तो अपने घरों पर पिंडदान करा रहे हैं या फिर रिहाइशी बस्तियों में जहां तक गंगा का पानी आ गया हैए वहीं सड़क पर डेरा डालकर कर्मकांड कराए जा रहे हैं।

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इससे हजारों किलो मीटर से आने वाले लोगों की आस्था और श्रधा प्रभावित हो रही है। साथ ही कर्मकांड भी सही तरीके से नही हो पा रहे हैं। दूर -दूर से आने वाले श्रद्धालु संगम तक नहीं पहुंच पा रहे है। बहुत से लोग सड़कों के किनारे ही सभी कर्म कांड करके लौट जा रहे है। पुरोहितों के यहां तखत और चौकियों पर भीड़ के मारे बैठने की जगह नहीं है। मान्यता है की संगम के तट पर भगवान राम ने अपने पिता दशरथ का भी पिंडदान किया था। यही से उन्होंने अपने पूर्वजो के मोक्ष की कमाना की थी। उसी प्रकार अपने पुरखो के लिए आज भी यहाँ बड़ी तादात में लोग पिंडदान करने आते है।

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