रायगढ़ मेडिकल कॉलेज अस्पताल चोर-उच्चकों का अड्डा बन चुका है। निजी सुरक्षा गार्ड तैनात करने के नाम पर प्रतिमाह लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं। उसके बावजदू अस्पताल के अंदर मरीज, उनके परिजनों के सामान खासकर मोबाइल पार होते हैं। इस बार चोरों ने अपना शिकार अस्पताल की एक स्टॉफ नर्स को बनाया है, जो ओपीडी के टीकाकरण केंद्र में पदस्थ है।
सामान्य सभा में होगा फैसला, कौन करेगा वसूली, पढि़ए खबर क्या है माजरा… विभाग से उन्हें एक स्मार्ट फोन जारी किया गया है। जिससे वो टीकाकरण की प्रतिदिन की रिपोर्टिंग आला अधिकारी तक डेटा के साथ कर सके। पर पिछले दिनों अज्ञात चोर ने टीकाकरण केंद्र से उक्त फोन को बड़ी ही चालाकी से पार कर दिया। जिसकी भनक स्टाफ नर्स को काफी देर बाद लगी। मामला विभागीय फोन का था। इसलिए इसकी शिकायत भी कोतवाली पुलिस से की गई है, पर फोन के अभाव में अब टीकाकरण से संबंधित जानकारी को विभागीय अधिकारी तक पहुंचाने में स्टॉफ नर्स को काफी परेशानी हो रही है। यही वजह है कि अब इलाज व अन्य कार्य के लिए अस्पताल पहुंचने वाले लोगों को बच कर रहने की नसीहत दी जा रही है। जिससे वो भी चोरी का शिकार होने से बच सके।
जुगाड़ से चल रहा है काम
टीकाकरण केंद्र के शासकीय फोन पार होने से स्टॉफ नर्स की परेशानी बढ़ गई है। ऐसी स्थिति में कभी इनसे तो कभी उनसे फोन लेकर टीकाकरण के साथ अन्य जानकारी को भेजने की पहल की जा रही है, जो स्थानीय कर्मचारियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। जाहिदा खान ने इस संबंध में लिखित शिकायत, कोतवाली पुलिस से की है।