हजार करोड़ के घोटाले मे फंसे आईएएस अधिकारियों को मिली बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट ने लगाई सीबीआई जांच पर रोक
विदित हो कि जनसंपर्क विभाग द्वारा एक वाट्सऐप ग्रुप बनाया जिसमें जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों के अलावा पूरे मीडिया को जोड़ा गया है ताकि उसमें प्रशासनिक सूचनाएं भेजी जा सके। शुक्रवार को दोपहर करीब १२.५७ बजे पूरा प्रशसनिक अमला जिला पंचायत चुनाव में व्यस्त था।
इसी दौरान उन्होंने ग्रुप में लिखा है कि ‘मैं नूतन सिदार सहायक जनसंपर्क अधिकारी जिला जनसंपर्क कार्यालय रायगढ़ पूरे होश हवास में बताना चाहती हूं। मुझे उच्च अधिकारी डिप्टी डायरेक्टर ऊषा किरण बडाईक द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। मैं मानसिक रूप से परेशान होकर आत्महत्या कर रही हूं।’
जनसंपर्क विभाग के उक्त ग्रुप में इस पोस्ट के आने के बाद कई लोगों ने समझाइश दी और इसके बाद यह खबर उच्च अधिकारियों तक पहुंची। इसके बाद प्रशासनिक व पुलिस महकमे में हडकंप की स्थिति बन गई।
जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने उक्त महिला अधिकारी को समझाने के लिए फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन किसी का फोन रिसीव नहीं हुआ। काफी देर तक खोजबीन के बाद उक्त महिला अधिकारी रेलवे स्टेशन में बैठी हुई मिली। इसके बाद उन्हें समझाइश देकर वापस लाया गया। एसडीएम के यहां बैठकर एसडीएम व अन्य अधिकारियों ने उसे समझाइश दी।
उक्त महिला अधिकारी के पोस्ट के बाद जब वह मिली तो उसे बैठाकर समझाया गया साथ ही परेशानियों के बारे में पूछा गया। साथ ही बयान के लिए उसे थाने भेजा गया है।
आशीष देवांगन, एसडीएम रायगढ़