
रायपुर. देश के 8 राज्यों महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश, दिल्ली और वेस्ट बंगाल की राजधानी के बाद 100000 से ज्यादा मरीज ठीक होने वालों में अब रायपुर भी शामिल हो गया है, वहीं प्रदेश का पहला जिला बन गया है। जिले के कोविड अस्पतालों व सेंटरों से ज्यादा होम आइसोलेशन में रहकर संक्रमित मरीजों ने Coronavirus को मात दी है।
राजधानी समेत प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर (Second Wave of Corona) में बेकाबू संक्रमण के बीच स्वास्थ्य विभाग के लिए राहत देने वाली बात है। रायपुर जिले में अब तक 123943 मरीज मिल चुके हैं, जिसमें से 101707 ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। वहीं, 1864 की मौत हुई है। रायपुर के बाद दुर्ग और राजनांदगांव में मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। होम आइसोलेशन में रहकर 78534 ने कोरोना को मात दी है।
गौरतलब है कि प्रदेश का पहला कोरोना संक्रमित मरीज राजधानी के समता कॉलोनी में मिली थी। उसे AIIMS में भर्ती कराया गया था। युवती करीब 18 दिनों बाद डिस्चार्ज हुई थी। इसके बाद संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ, जो अभी तक जारी है। कोरोना संक्रमण में होम आइसोलेशन काफी कारगर साबित हुआ है। वर्तमान में 75 फीसदी मरीज घर में रहकर इलाज करा रहे हैं। 'ए' सिम्टोमेटिक मरीजों के लिए होम आइसोलेशन बेहतर है।
डॉक्टरों की सलाह और थोड़ी सावधानी बरतकर कोरोना को घर पर ही रहकर मात दी जा सकती है। चिकित्सकों का कहना है कि अस्पतालों में मरीजों के दिमाग में बीमार होने जैसा मनौवैज्ञानिक दबाव रहता है। यह दबाव ही नकरात्मक भाव पैदा करता है जो उनके ठीक होने में दिक्कत पैदा करता है। होम आइसोलेशन में उन्हें इस तनाव से मुक्ति मिल जाती है और मरीज जल्द स्वस्थ हो जाते हैं।
अप्रैल-21 के 21 दिनों में 43409 डिस्चार्ज
अप्रैल के 21 दिनों में 43409 मरीज अस्पतालों, कोविड सेंटरों तथा होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज हो चुके हैं। वहीं, पूरे कोरोना काल में सबसे ज्यादा नए केस और मौत इसी माह हुई है। राजधानी समेत प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर से ज्यादा खतरनाक है इसलिए अधिक सावधान रहने की जरूरत है।
रायपुर जिले में 379 दिनों में जहां 65672 नए संक्रमित मरीजों की पहचान तथा 905 की मौत हुई थी, वहीं अप्रैल के सिर्फ 21 दिनों में 58271 नए केस तथा 941 की मौत हो चुकी है। सितंबर-अक्टूबर में आए कोरोना पीक के बाद रायपुर जिले में काफी कम संख्या में मरीज मिल रहे थे, जो फरवरी अंत तक बना हुआ था। 8 मार्च से कोरोना संक्रमण ने पांव पसारना शुरू किया, जो अभी तक पूरी तरह से बेकाबू है।
रायपुर सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल ने कहा, कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में पूरा स्वास्थ्य अमला जुटा हुआ है। 5-6 हजार रोजाना सैंपल जांच हो रही है। मरीजों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए नए-नए कोविड सेंटर बनाए जा रहे हैं। कोरोना गाइडलाइन का पालन कर लोगों को भी चाहिए कि शासन-प्रशासन का सहयोग करें।
रायपुर मेडिकल कॉलेज के कम्युनिटी मेडिसिन के एचओडी डॉ. निर्मल वर्मा का कहना है, मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करके ही कोरोना से बचा जा सकता है। वर्तमान समय में घर में रहना ही समझदारी है। पहली से दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक है, इसलिए ज्यादा सावधानी की जरूरत है।
कोरोना से बचने यह सावधानियां जरूरी
1. मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना।
2. किसी से भी बात करते समय 2 गज की दूरी का ध्यान रखना।
3. बाहर से आने के बाद तुरंत बाथरूम में चले जाना।
4. कपड़ों को गर्म पानी में डालकर अच्छी तरह से धुलना।
5. बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलना।
6. कोरोना के लक्षण दिखते ही तुरंत जांच कराना।
सबसे ज्यादा डिस्चार्ज वाले 5 जिले
रायपुर- 101707, दुर्ग- 58889, राजनांदगांव- 31588, बिलासपुर-29836, रायगढ-26680
रायपुर में ऐसे हुए डिस्चार्ज
8 सितंबर-10584
25 सितंबर- 20281
17 अक्टूबर-30071
8 दिसंबर-40031
4 जनवरी-50009
21 अप्रैल- 101707
Published on:
22 Apr 2021 07:33 pm
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