डॉ. मीना शर्मा के सामाजिक कार्यों को देखते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भेडिय़ा ने कोरोना वारियर्स के सम्मान से सम्मानित किया है, उन्हें सम्मान व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। डॉ. मीना शर्मा धरसींवा के स्थित शासकीय उमा माध्यमिक विद्यालय परसतराई में व्याख्याता पद कार्यरत हैं और विगत 15 साल से सामाजिक कार्यों में जुटी हुई हैं। वह कई निर्धन बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा भी देती है। उन्होंने कई निर्धन कन्याओं का विवाह भी कराया है। डॉ. मीना शर्मा ने बताया कि मार्च में लॉकडाउन लगते ही गरीबों के सामने भोजन और कपड़े की समस्या आने लगी। उन्होंने चौक-चौराहों पर खड़े होकर जरूरतमंदों को भोजना और कपड़ा वितरित किया।
डॉ. मीना शर्मा ने बताया कि सास कांति शर्मा और ससुर डॉ. एसआर शर्मा के सहयोग के बिना समाजसेवा व कोरोना महामारी में गरीबों की मदद करना असंभव था। उनकी प्रेरणा और सहयोग से यह कार्य संभव हो सका है। उनका कहना है कि वह जीवनभर गरीबों की मदद करती रहेंगी। कवि जयशंकर प्रसाद की यह पक्ति ‘इस पथ का उद्देश्य नहीं है, शांत भवन में टिक रहना। किंतु पहुंचना उस सीमा तक, जिसके आगे राह नहींÓ समाजसेवा के लिए सदैव प्रेरणा देती रहती है।