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दिव्यांग पर्वतारोही चित्रसेन साहू पर फर्जीवाड़े का आरोप, प्रदेश के पहले माउंटेनमैन ने दर्ज कराई शिकायत अप्रैल में 10 पश्चिमी विक्षोभ मौसम विभाग के अनुसार अप्रैल में पहली बार करीब 20 बार सर्वाधिक पश्चिमी विक्षोभ आया। इस कारण से अप्रैल में गर्मी का बिल्कुल भी अहसास नहीं हुआ। पूरे माह भर तेज आंधी और लगातार बारिश होती। चार-पांच बार तो झमाझम बारिश भी हुई।
मई में अब तक पांच पश्चिमी विक्षोभ आ चुके हैं। अभी एक जम्म-कश्मीर के ऊपर स्थित है। इसके असर से मई के प्रथम सप्ताह में हल्की बारिश भी हुई। अभी फिर से आगामी पांच दिनों तक कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार प्रदेश में उत्तर-पश्चिम से गरम हवाओं का आगमन लगातार जारी है। एक द्रोणिका बिहार से मध्य छत्तीसगढ़ तक 3.1 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश में 18 मई को एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ अंधड़, बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।
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VIDEO : भ्रष्टाचारी बाबू को कोर्ट ने सुनाई ये सजा, इस तरह हुआ था काले कारनामों का खुलासा पश्चिमी विक्षोभलालसागर और काला सागर में पानी भाप बनकर ऊपर उठता है। जो क्षोभ मंडल के मध्य में द्रोणिका के रूप में तैयार होता है, जो पश्चिम से पूर्व की ओर आगे बढ़ता है और अफगानिस्तान-पाकिस्तान के रास्ते जम्मू-कश्मीर से भारत के विभिन्न राज्यों से होकर गुजरता है। इससे विंड पैटर्न में बदलावा होती है। नतीजा अंधड़, बारिश होती है।
द्रोणिका : यह सरफेस पर रहता है। इसमें लेफ्ट और राइट लाइन होती है। हाईप्रेशर बनता है। निम्न दाब से सतही द्रोणिका की लाइन बनती है। हवा की विपरीत दिशा में अचानक परिवर्तन होता है। इससे बारिश होती है।