नवा रायपुर में कुल 40 सेक्टर हैं, जिसमें सेक्टर-27 और सेक्टर-29 में हाउसिंग बोर्ड की कॉलोनियों और बहुमंजिला इमारतों में बसाहट आ चुकी है। बाकी सेक्टरों में प्लॉट की बिक्री लंबे समय से जारी है, लेकिन बसाहट के इंतजार में बाकी सेक्टर वीरान पड़े हुए हैं।
मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त होने के बाद आरपी मंडल को नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) का चेयरमेन बनाया गया है। इससे पहले उन्होंने पीडब्ल्यूडी में भी लंबी सेवाएं दी है। अधोसंरचना में उनकी उपलब्धियों के बाद अब नवा रायपुर में बसाहट, सुविधाएं और शिफ्टिंग को लेकर चुनौती है।
नवा रायपुर के सेक्टर-19 में विधानसभा भवन की लागत 275 करोड़ 76 लाख रखी गई है। हाल ही में राज्य सरकार ने परियोजना के प्रस्ताव पर हरी झंडी दी। विधानसभा भवन का निर्माण मुख्य रूप से भूतल-प्रथमतल-द्वितीय तल के रूप में किया जाएगा। भूतल में विधानसभा की कार्यवाही के लिए सदन, विधानसभा अध्यक्ष कार्यालय, मुख्यमंत्री कार्यालय, मंत्रियों के कक्ष, विधानसभा उपाध्यक्ष के कार्यालय, नेता प्रतिपक्ष का कार्यालय, समिति बैठक कक्ष और अधिकारियों के कक्ष का निर्माण किया जाएगा। प्रथम तल में विधानसभा सदन की गैलेरी का निर्माण किया जाएगा। जिसमें मुख्य रूप से मीडिया, पब्लिक और अति विशिष्ट जनों को प्रवेश दिया जाएगा। प्रथम तल में ही 200 सीटर कॉन्फ्रेंस हॉल का निर्माण किया जाएगा।
1. हॉस्पिटल, क्लीनिंग
2. स्कूल, कॉलेज
3. ऑटो पाट्र्स सेंटर
4. आवासीय सेक्टरों में रोजमर्रा की जरूरतों के दुकान
5. किराना की मल्टीस्टोर रिटेल दुकानें मुख्यमंत्री, मंत्रियों व अफसरों के निवास का काम तेज गति से जारी है। वर्तमान स्थिति में 30 से 35 फीसदी काम पूरा हो चुका है। जून-जुलाई 2021 तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
ज्ञानेश्वर कश्यप, चीफ इंजीनियर, लोक निर्माण विभाग