पढ़े: छत्तीसगढ़ में तितलियों की 22 प्रजातियों का इजाफा, केवल जशपुरनगर में 82 के साथ अब कुल 159 प्रजातियां हुई राज्य सरकार को पिछले वित्तीय वर्ष 2018-19 में 6,110 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ था। खनिज विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में रायपुर जिले से 62 करोड़ 56 लाख 40 हजार रूपए, बलौदाबाजार जिले से 244 करोड़ 95 लाख 43 हजार रूपए, गरियाबंद जिले से 2 करोड़ 97 लाख 8 हजार रूपए, धमतरी जिले सेे 9 करोड़ 15 लाख 14 हजार रूपए, महासमुन्द जिले से 6 करोड़ 4 हजार रूपए, राजनांदगांव जिले से 22 करोड़ 36 लाख 28 हजार रूपए, कबीरधाम जिले से 15 करोड़ 90 लाख 81 हजार रूपए, दुर्ग जिले से 69 करोड़ 68 लाख 82 हजार रूपए, बालोद जिले से 303 करोड़ 20 लाख 80 हजार रूपए, बेमेतरा जिले से 11 करोड़ 70 लाख 79 हजार रूपए और बस्तर जिले से 13 करोड़ 74 लाख 30 हजार रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ है।
पढ़े: IAS में पूछा गया सवाल password को हिंदी में क्या कहते हैं? जानिए ऐसे ही पूछे जाने वाले सवाल और उनके जवाब इसी तरह से नारायणपुर जिले से 44 लाख 69 हजार रूपए, सुकमा जिले से 60 लाख 43 हजार रूपए, कांकेर जिले से 108 करोड़ 98 लाख 48 हजार रूपए, कोण्डागांव जिले से एक करोड़ एक लाख 12 हजार रूपए, दंतेवाड़ा जिले से 2012 करोड़ 61 लाख 27 हजार रूपए, बीजापुर जिले से 78 लाख 90 हजार रूपए, बिलासपुर जिले से 33 करोड़ 38 लाख 50 हजार रूपए, मुंगेली जिले से 3 करोड़ 82 लाख 17 हजार रूपए, कोरबा जिले से 2010 करोड़ 60 लाख 81 हजार रूपए, जांजगीर-चांपा जिले से 44 करोड़ 33 लाख 13 हजार रूपए, रायगढ़ जिले से 495 करोड़ 19 लाख 19 हजार रूपए, जशपुर जिले से 3 करोड़ 13 लाख 38 हजार रूपए, सरगुजा जिले से 323 करोड़ 20 लाख 12 हजार रूपए, बलरामपुर जिले से 68 करोड़ 71 लाख 13 हजार रूपए, सूरजपुर जिले से 58 करोड़ 15 लाख 64 हजार रूपए और कोरिया जिले से 137 करोड़ 77 लाख 40 हजार रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ है।