प्रशिक्षण में यह भी बताया गया कि राज्य में विभिन्न बाढ़, सड़क दुर्घटना, सर्प काटना, यौन उत्पीडऩ, प्रदूषण, लू-लगना, आग से बचाव, बिजली कड़कना, नौका दुर्घटना, भवन गिरना, मधुमक्खी से बचाव, जानवरों से बचाव, खुला बोरिंग, औद्योगिक प्रदूषण, जमीन धसकना, बिजली करन्ट, खदान, बाल अधिकार, ठंड से बचाव जैसी सम्भावित आपदाएं हैं।