थोक कारोबारियों के मुताबिक सालभर कारोबारियों को नवरात्रि, दशहरा और दिवाली का इंतजार रहता है। यह साल चुनौतीपूर्ण होने के साथ बाजार के लिए नए अवसर भी साथ लाया है। ऑटोमोबाइल्स सेक्टर में जहां गाड़ियां की डिमांड बढ़ चुकी है, वहीं अब लोगों किराए के बजाय खुद के मकानों की जरूरत ज्यादा महसूस हो रही है। सराफा में सोने-चांदी में निवेश के लिए लोगों का रूझान बढ़ा है, वहीं वर्क फ्रॉम होम के कल्चर की वजह से इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट की बिक्री में भी तेजी देखी जा रही है। कुल मिलाकर यह त्यौहारी सीजन बीते साल के मुकाबले किसी भी । लिहाज से कमतर होने की गुंजाइश नहीं है।