दरअसल, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 20 किमी दूर धरसींवा इलाके में रहने वाले शंकर निषाद ने उस वक्त आग लगाकर
खुदकुशी कर ली जब उसकी पत्नी तीज मनाने अपने मायके गई थी। पति की मौत खबर मिलते ही ललिता के पैरों तले मानों जमीन खिसक गई। ललिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
रेस्टोरेंट में पिता को दूसरी औरत के साथ देख बेटे का भड़का गुस्सा, पोती कालिख और… पुलिस ने बताया कि शंकर निषाद अपने पत्नी ललिता और तीन बच्चों टिकेन्द्र कुमार, ऐश्वर्य और अनिरुद्ध के साथ रहता था। शंकर शराब पीने की आदत थी। आए दिन वो शराब पीकर घर आता था। पूछताछ में पता चला कि शंकर अपनी
पत्नी के चरित्र पर शक करता था और इसी वजह से उससे झगड़ा करता था।
ललिता तीज पर्व मनाने कुछ दिन पहले अपने मायके तिल्दा नेवरा चली गई। रोज की तरह शुक्रवार रात को भी शंकर शराब पीकर घर आया। शंकर ने पहले बच्चों को उनकी मां के चरित्र के बारे में बताया, लेकिन जब बच्चों ने उनकी मां के बारे में ऐसी बात करने से मना किया तो शंकर आगबबूला हो गया और बच्चों पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया।
पहले दरिंदे ने नाबालिग को हवस का शिकार बनाया फिर थाने में महिला कांस्टेबल ने की गंदी हरकत हालांकि इस हमले में ऐश्वर्य को हल्की चोटें आई और घायल हो गया, जबकि टिकेन्द्र ने खुद को बचा लिया और घर के बाहर जाकर आसपास के लोगों को अपने पिता के करतूत के बारे में बताया। आसपास के लोग तुरंत घर पहुंचे तो वहां देखा कि शंकर ने बौखलाहट में खुद पर मिटटी तेल डालकर आग लगा ली। इस हादसे में शंकर बुरी तरह झुलस गया, जिसकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।