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HNLU Protest Case: कई विवादों और छात्रों की मांग के बाद हिदायतुल्ला यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. सुखपाल सिंह ने दिया इस्तीफा

HNLU Protest Case: हिदायतुल्ला यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. सुखपाल सिंह ने दिया इस्तीफा

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HNLU Protest Case: कई विवादों और छात्रों की मांग के बाद हिदायतुल्ला यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. सुखपाल सिंह ने दिया इस्तीफा

रायपुर. हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में लगातार कलह के बीच कुलपति डॉ. सुखपाल सिंह ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति मुख्य न्यायाधीश ए.के. त्रिपाठी ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है।

बता दें कि कुलपति सुखपाल सिंह को छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने बर्खास्त कर दिया था, जिसके खिलाफ वे सुप्रीम कोर्ट चले गए थे। शीर्ष कोर्ट ने उन्हें बहाल करते हुए कुलपति का कार्यभार सौंपने का फैसला सुनाया था। उन्होंने 25 सितम्बर को फिर से कार्यभार संभाल लिया।

विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रा इसके बाद से ही वित्तीय अनियमितता और यौन उत्पीडऩ के आरोपियों को शह देने का गंभीर आरोप लगाकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।

छात्रसंघ ने भी उनके इस्तीफे की मांग की थी। छात्रसंघ अध्यक्ष स्नेहल रंजन शुक्ला ने बताया कि विधि विभाग के मुख्य सचिव ने उन्हें फोन पर सुखपाल सिंह का इस्तीफा मंजूर होने की जानकारी दी। अभी नए कुलपति को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।

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जब कांग्रेस नेता शशि थरूर ने किया HNLU छात्रों के हड़ताल का समर्थन, ट्वीट कर कही थी ये बातें

हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में जारी गतिरोध गहराता जा रहा है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी स्टूडेंट के विरोध का समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट कर इसे गंभीर मुद्दा बताया है। उन्होंने ट्वीट में कहा कि आशा करता हूं कि केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स की मांगों पर ध्यान देंगे।

कानून के छात्रों का हड़ताल पर जाना दुर्लभ है। उनकी मांगों पर ध्यान देने की जरूरत है। इससे पहले स्टेट बार काउंसिल ने भी छात्रों की मांगों का समर्थन किया है। उधर, छात्रों और कर्मचारियों के हस्ताक्षरित अविश्वास प्रस्ताव सौंपने के बावजूद कुलपति सुखपाल सिंह इस्तीफे से इंकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि कुलपति पद पर बने रहना या छोडऩा छात्रों की मर्जी से परे है।

स्टेट बार काउंसिल ने छात्रों को अपना समर्थन दिया है। समर्थन पत्र में काउंसिल ने पिछले कई वर्षों से विवि के विवादों से घिरे होने को लेकर कुलपति को उत्तरदायी ठहराते हुए उनके निलंबन में समर्थन दिया है।