
रायपुर. हनी ट्रैप (Honey Trap Case) मामले में मध्यप्रदेश के साथ ही छत्तीसगढ़ की सियासत में भूचाल ला दिया है। छत्तीसगढ़ के कुछ पूर्व मंत्रियों और अधिकारियों के शामिल होने की बात सामने आने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने बड़ा बयान दिया है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, यह मामला मध्यप्रदेश में सामने आया है। यदि वहां की सरकार इसे हमारे साथ साझा करती है और यदि वहां कोई कार्रवाई होती है तो यहां भी कार्रवाई के लिए हम विचार करेंगे।
इधर भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कीचड़ उछाल कर अपनी राजनीति कर रही है। भाजपा ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम (Mohan Markam) के बयान की भी कड़ी निंदा की है।
हनी ट्रैप मामले में कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने आ गई हैं और दोनों के बीच बयानबाजी दौर तेज हो गया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा, 15 साल तक रमन सिंह की सरकार ने शराब और शबाब दोनों पर विशेष जोर दिया था, जिस पर उनके मंत्रियों के नाम आ रहे हैं। इससे साफ है कि कहीं न कहीं छत्तीसगढ़ पर दाग लगा है।
इधर, भाजपा प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी ने कांग्रेस को वाणी में संयम रखने की सलाह देते हुए कहा, शराब के मामले में तो कांग्रेस का राजनीतिक पाखंड बेनकाब हो गया है और शबाब पर कांग्रेस के इतिहास के पन्ने खुद मरकाम ही पलट कर पढ़ लें तो उन्हें यह समझ आ जाएगा कि दरअसल शराब और शबाब के मामले में कांग्रेस ने तो पूरे देश को लज्जित कर रखा है।
उन्होंने कहा, हनीट्रैप मामले में छत्तीसगढ़ का जिक्र आने पर मरकाम को छत्तीसगढ़ की जो बदनामी की जो चिंता सता रही है, वह वास्तव में कांग्रेस के दागदार राजनीतिक चरित्र को ढंककर दीगर लोगों के चरित्र हनन का शर्मनाक उपक्रम है।
उन्होंने कहा, मरकाम को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जैसे जिम्मेदार पद पर रहते हुए बिना तथ्य और पूरी जानकारी के बातें करना शोभा नहीं देता। जब डीजीपी को नहीं पता कि भोपाल पुलिस आएगी या नहीं, तब गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और कृषि मंत्री रविंद्र चौबे क्यों कीचड़ उछालने की राजनीति कर रहे हैं।
Updated on:
26 Sept 2019 01:22 pm
Published on:
26 Sept 2019 01:16 pm
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