रायपुर

महादेव एप: पाकिस्तान से जुड़े हैं सरगना के तार, देशभर में फैला है सटोरियों का नेटवर्क

महादेव एप सट्टे की दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। फिलहाल पुलिस ने कई आरोपियों को इस मामले में गिफ्तार किया है। इस मामले में एक चौंका देने वाली बात और सामने आ रही है वह ये की आरोपियों के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं।

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Sep 26, 2022

रोड सेफ्ट वर्ल्ड सीरिज से पहले सटोरियों के खिलाफ रायपुर पुलिस ने अभियान छेड़ दिया है। रायपुर पुलिस के अधिकारी मुखबिरों की सूचना पर रायपुर से लेकर दुर्ग-भिलाई तक कार्रवाई कर रहे हैं। पुलिस के इस एक्शन को देखकर रायपुर के अलावा दूसरे जिलों में क्रिकेट सट्टा का खिलाने वाले बड़े बुकियों ने प्रदेश को छोड़ दिया है। जिले और प्रदेश के बड़े बुकी भोपाल, मुंबई, दिल्ली, ओडिशा के अलावा दुबई में शरण ली है। आरोपी इन ठिकानों ने बैठकर कर्मचारियों के भरोसे पूरे कारोबार का संचालन कर रहे हैं। पुलिस अफसरों का दावा है कि दुबई से लौटे सट्टेबाज गिरफ्तारी के डर से मुंबई, दिल्ली में होटलों, रिश्तेदारों, दोस्तों के घर पर छिपे हुए हैं। पुलिस की जांच में मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर के पाकिस्तानियों से तार जुड़े निकले हैं।

पुलिस ने कुल 80 लोगो की सूचि बनाई है जिसमे प्रदेशभर के कई शहरों के लोग शामिल है। इन सभी लोगों के नाम व पते मिल चुके हैं और पुलिस उनके लौटने का इंतजार कर रही है। एयरपोर्ट में पुलिस ने सादे कपड़ों में जवान तैनात किए हैं। पुलिस के अनुसार सटोरिए पकड़े जाने के डर से अलग-अलग जगहों पर छिपे हुए हैं

पुलिस की गिरफ्तारी में सटोरियों से यह पता चला है की सौरभ और रवि उप्पल ने दुबई पहुंचने के बाद दो पाकिस्तानियों से संपर्क किया। और उन दोनों पाकिस्तानियों को बिजनेस पार्टनर बनाकर इस अवैध सट्टे के कारोबार में करोड़ों रूपए निवेश कराए। गौरतलब है की सौरभ और रवि ने पहले ही दुबई के एक शेख को अपने गेम प्लान में जोड़ रखा था। इसके बाद हैदराबाद के रेड्डी अन्ना एप संचालक के साथ मिलकर सट्टे के इस अवैध कारोबार की ट्रेनिंग ली। गौरतलब है की इस पूरे मामले में रायपुर भिलाई के आठ कारोबारी व बिल्डर एवं सफेदपोश भी सट्टे के इस खेल में शामिल है।

सट्टे का यह पूरा खेल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दुबई से ऑनलाइन पूरे देश में ऑपरेट हो रहा है। भारत में कुल पांच ब्रांच पुणे बैंगलोर विशाखापटनम हैदराबाद चेन्नई मुंबई नागपुर में ब्रांच स्थपित किया गया है। हर ब्रांच की वेबसाइट के माध्यम से सट्टेबाजों को 10 से 15 लाख रूपए में आईडी उपलब्ध कराकर कारोबार का सञ्चालन कराया जा रहा है।

गौरतलब है की सट्टे की दुनिया में इन दिनों महादेव ऐप चर्चा का विषय बना हुआ है। आरोपी सोशल मीडिया ग्रुपों का इस्तेमाल करके अपने कारोबार को दिन रात बढ़ाने में लगे है। पुलिस इस नेटवर्क के सदस्यों पर कार्रवाई करती है, लेकिन वो जमानत में छूटकर फिर से दूसरे ठिकाने में बैठकर इस कारोबार को अंजाम देने लगते है। महादेव ऐप के सोशल मीडिया में 50 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर है। इस ऐप ने सट्टे के कारोबार को हर हाथ तक पहुंचाया है। हर दिन इस ऐप में खिलाड़ियों द्वारा लाखों रुपए का दांव लगाया जाता है। महोदव के अलावा बैट भाई नाइन, रैडी अन्ना, टाइगर लाइन के नाम से आईडी भी हर गेम में सट्टा खिलाने का काम कर रही है।

सट्टा खिलाने का पैटर्न बदला आरोपियों ने
सट्टा खिलाने वाले बुकियों ने सट्टा खिलाने के पूरे पैटर्न को बदल दिया है। आरोपी बुकी अपने कर्मचारियों के माध्यम से सट्टा खेलने वालों को आईडी बेच रहे है और एडवांस पैसा लेकर उन्हें सट्टा खेलने की इजाजत दे रहे है। एडवांस पैसा आने से विवाद नहीं हो रहा है और इस वजह से सट्टा खिलाने वाले लोगों की पुख्ता जानकारियां पुलिस को नहीं मिल पा रही है।

Published on:
26 Sept 2022 04:51 pm
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