स्टूडेंट्स ने इसे लेकर तैयारी तेज कर दी है। जब कभी परीक्षाओं का दौर चलता है तो स्टूडेंट्स के साथ पैरेंट्स का रुटीन भी प्रभावित होता है। खासतौर पर मॉम्स बच्चों को लेकर काफी सेंसेटिव रहती हैं। बच्चा अगर थोड़ा भी टेंशन या डिप्रेशन में आए तो मॉम को बहुत फर्क पड़ता है।
पीटी रायपुर के डायरेक्टर श्याम वर्मा का कहना है कि इस एज में बच्चों को लगता है कि पैरेंट्स हर बात पर उन्हें टोकते रहते हैं। इसलिए पैरेंट्स को चाहिए कि बच्चों के साथ दोस्ताना व्यवहार करें। उन्होंने इन बिंदुओं पर जोर दिया है :
– रिवीजन करें
– मैथ्स का लिखकर अभ्यास
– प्रॉपर टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई करें
– पढ़ाई के दौरान थोड़ा टाइम हॉबी के लिए निकालें
– वेबसाइट से मॉकटेस्ट को सॉल्व करें
– रिवीजन करें
– मैथ्स का लिखकर अभ्यास
– प्रॉपर टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई करें
– पढ़ाई के दौरान थोड़ा टाइम हॉबी के लिए निकालें
– वेबसाइट से मॉकटेस्ट को सॉल्व करें
अर्ली मॉर्निंग जागना पड़ रहा
न्यू राजेंद्र नगर निवासी तेजल संघवी ने बताया, मेरी बेटी तनवी 10वीं (सीबीएसई) का एग्जाम देगी। वैसे तो मैं परीक्षा को लेकर बहुत ज्यादा फिक्र नहीं कर रही, लेकिन एक मन में अक्सर यही रहता है कि उसे पढ़ाई को लेकर कोई तनाव न हो। इसलिए मैं उसका काफी ख्याल रख रही हूं। स्टडी के लिए सुबह का समय बेस्ट होता है। इसलिए मैं भी अर्ली मॉर्निंग उठकर उसे जगा देती हूं। मैंने अपने सारे प्लान पोस्टपांड कर दिए हैं।
न्यू राजेंद्र नगर निवासी तेजल संघवी ने बताया, मेरी बेटी तनवी 10वीं (सीबीएसई) का एग्जाम देगी। वैसे तो मैं परीक्षा को लेकर बहुत ज्यादा फिक्र नहीं कर रही, लेकिन एक मन में अक्सर यही रहता है कि उसे पढ़ाई को लेकर कोई तनाव न हो। इसलिए मैं उसका काफी ख्याल रख रही हूं। स्टडी के लिए सुबह का समय बेस्ट होता है। इसलिए मैं भी अर्ली मॉर्निंग उठकर उसे जगा देती हूं। मैंने अपने सारे प्लान पोस्टपांड कर दिए हैं।
थोड़ा काम बढ़ा है
ब्राह्मणपारा की सुलभा दुबे कहती हैं कि बिटिया प्रेरणा सीबीएसई 10वीं में है। चूंकि वह पढ़ाई में तल्लीन रहती है। पहले घर के काम भी किया करती थी। हम उसे किसी काम के लिए कह भी नहीं रहे। बल्कि उसे वर्क को मुझे करना होता है। उसकी डाइट और नींद का ख्याल रखते हुए सुबह जल्दी उठना पड़ रहा है। कहीं बाहर जाने को प्रोग्राम नहीं बना रहे ताकि बच्ची अपनी स्टडी बेहतर तरीके से कर सके।
ब्राह्मणपारा की सुलभा दुबे कहती हैं कि बिटिया प्रेरणा सीबीएसई 10वीं में है। चूंकि वह पढ़ाई में तल्लीन रहती है। पहले घर के काम भी किया करती थी। हम उसे किसी काम के लिए कह भी नहीं रहे। बल्कि उसे वर्क को मुझे करना होता है। उसकी डाइट और नींद का ख्याल रखते हुए सुबह जल्दी उठना पड़ रहा है। कहीं बाहर जाने को प्रोग्राम नहीं बना रहे ताकि बच्ची अपनी स्टडी बेहतर तरीके से कर सके।
बुटीक का काम हो रहा प्रभावित
प्रेमलता मढरिया की बिटिया प्रसिद्धि दानी गल्र्स स्कूल में 10वीं (सीजी बोर्ड) क्लास में है। प्रेमलता घर में बुटीक का काम करती हैं। एग्जाम के चलते अब घर का सारा काम उन्हें करना पड़ता है इसलिए उनका बुटीक वर्क प्रभावित हुआ है। पहले की अपेक्षा इस काम में कम टाइम दे रही हैं। वे कहती हैं, इम्तिहान के दौरान बच्चों का विशेष ख्याल रखना पड़ता है। जागने से लेकर सोने तक दिनचर्या प्रभावित होती है।
प्रेमलता मढरिया की बिटिया प्रसिद्धि दानी गल्र्स स्कूल में 10वीं (सीजी बोर्ड) क्लास में है। प्रेमलता घर में बुटीक का काम करती हैं। एग्जाम के चलते अब घर का सारा काम उन्हें करना पड़ता है इसलिए उनका बुटीक वर्क प्रभावित हुआ है। पहले की अपेक्षा इस काम में कम टाइम दे रही हैं। वे कहती हैं, इम्तिहान के दौरान बच्चों का विशेष ख्याल रखना पड़ता है। जागने से लेकर सोने तक दिनचर्या प्रभावित होती है।
प्री-बोर्ड सेकंड 12 फरवरी से
शासकीय दानी गल्र्स हायर सेकंडरी स्कूल के वाइस प्रिंसिपल हितेश दीवान ने बताया, डीईओ के निर्देश पर 12 फरवरी से प्री-बोर्ड एग्जाम शुरू हो रहे हैं। इससे पहले जनवरी में भी एक प्री परीक्षा ली गई थी। प्री एग्जाम में पैटर्न हूबहू वार्षिक परीक्षा जैसा ही रहेगा। इस परीक्षा का उद्देश्य है कि स्टूडेंट्स में इम्तिहान को लेकर डर दूर हो और वे बेहतर तरीके से अभ्यास कर सकें।
शासकीय दानी गल्र्स हायर सेकंडरी स्कूल के वाइस प्रिंसिपल हितेश दीवान ने बताया, डीईओ के निर्देश पर 12 फरवरी से प्री-बोर्ड एग्जाम शुरू हो रहे हैं। इससे पहले जनवरी में भी एक प्री परीक्षा ली गई थी। प्री एग्जाम में पैटर्न हूबहू वार्षिक परीक्षा जैसा ही रहेगा। इस परीक्षा का उद्देश्य है कि स्टूडेंट्स में इम्तिहान को लेकर डर दूर हो और वे बेहतर तरीके से अभ्यास कर सकें।
सीबीएसई की हेल्पलाइन शुरू
सीबीएसई ने 1 फरवरी से हेल्पलाइन शुरू कर दी है। पैरेंट्स और स्टूडेंट्स सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक 18008004 में टोलफ्री कॉल कर सकते हैं। जबकि माशिमं द्वारा 19 फरवरी से हेल्प लाइन नंबर जारी करना प्रस्तावित किया गया है। माशिमं के उप सचिव संजय शर्मा ने बताया, हर साल परीक्षाएं जल्दी शुरू होती थी। इस बार देरी से हो रही है। इसलिए हेल्पलाइन नंबर भी विलंब से जारी किए जा रहे हैं।
सीबीएसई ने 1 फरवरी से हेल्पलाइन शुरू कर दी है। पैरेंट्स और स्टूडेंट्स सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक 18008004 में टोलफ्री कॉल कर सकते हैं। जबकि माशिमं द्वारा 19 फरवरी से हेल्प लाइन नंबर जारी करना प्रस्तावित किया गया है। माशिमं के उप सचिव संजय शर्मा ने बताया, हर साल परीक्षाएं जल्दी शुरू होती थी। इस बार देरी से हो रही है। इसलिए हेल्पलाइन नंबर भी विलंब से जारी किए जा रहे हैं।