यह रेल लाइन (railway line) पुरानी धमतरी लाइन के ब्राडगेज से जुड़ेगी। दूसरी तरफ पीडब्ल्यूडी ने लगभग चार सौ करोड़ का प्रोजेक्ट अटल नगर में राजभवन, सीएम हाउस और मंत्रियों के बंगले के लिए किया है। इस प्रस्ताव को तकनीकी स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जा चुका है। वहीं आम लोगों की बसाहट को लेकर अभी पसोपेश की स्थिति बनी हुई है।
अटल नगर विकास प्राधिकरण (एएनवीपी) चौड़ी सडक़ों का जाल, गार्डन विकासित करने में खूब जोर लगाया, लेकिन लोगों को बसाने के मामले में सफल नहीं हो पाया है। 15 लाख की आबादी के कांसेप्ट वाले इस नए शहर में अभी मुश्किल से डेढ़ से दौ हजार लोग ही रह रहे हैं, जिनमें से सबसे अधिक सरकारी कर्मचारी शामिल हैं।
प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि तेजी से बसाहट बढ़ाने के लिए सुविधाएं विकसित की गई है। इसके बावजूद भी लोग अटल नगर में बसने की रुचि नहीं दिखा रहे हैं। माना जा रहा है कि जैसे ही रेल सेवा शुरू होगी, इसके बाद ही लोग अटल नगर के लिए रुख करेंगे।
स्टीमेट स्वीकृति के लिए भेजा
इधर पीडब्ल्यूडी रायपुर जोन द्वारा राजभवन, सीएम हाउस सहित मंत्रियों के बंगले बनाने का प्रोजेक्ट तैयार किया है। लगभग साढ़े चार सौ करोड़ की स्वीकृति मिलने पर राजभवन और सीएम हाउस का निर्माण पहले होगा। मुख्य अभियंता एसके शर्मा का कहना है कि इस प्रोजेक्ट को तकनीकी स्वीकृति के लिए शासन को भेजा गया है। जो विधानसभा और लोकसभा चुनाव के कारण रुक गई थी। स्टीमेट स्वीकृति मिलते ही टेंडर बुलाया जाएगा।
स्टेशन बनाने रेलवे से डिजाइन स्वीकृत
अटल नगर के 20 किमी लंबी रेल लाइन पर स्टेशन बनाने का काम एएनवीपी प्रशासन कराएगा। इसके लिए रेलवे ने डिजाइन स्वीकृत कर दिया है। मंदिर हसौद स्टेशन से एक किमी की दूरी पर पहला स्टेशन होगा। इसके बाद उद्योग नगर, सेंट्रल बिजनेस पार्क और मुक्तांगन जो सीधे मंत्रालय के सामने होगा।
रायपुर सीनियर पब्लिसिटी इंस्पेक्टर शिव प्रसाद पंवार का कहना है – रेलवे जीएम की समीक्षा बैठक में रेल लाइन निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। अटल नगर में दो साल बाद ट्रेन चलाने का लक्ष्य रखा गया है। रेलवे सिर्फ केंद्री में ही बड़ा स्टेशन बनाएगा।
अटल नगर विकास प्राधिकरण के सी ई ओ नीलम एक्का का कहना है – अटल नगर में रेल परिचालन शुरू होने के साथ ही बसाहट में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। अभी बहुत कम लोग रह रहे हैं। स्टेशन बनाने(Railway line) के लिए जो डिजाइन भेजी गई थी, उसे रेलवे ने स्वीकृत कर दिया है। अब निर्माण जल्द शुरू होगा।