कोतवाली सीएसपी डीसी पटेल के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से नशे की गोलियां व कफ सिरप बेचने की शिकायतें मिल रही थीं। इस आधार पर मौदहापारा और कोतवाली पुलिस की टीम ने अलग-अलग स्थानों पर छापा मारा। पहली कार्रवाई बूढ़ातालाब के पास स्थित सुलभ शौचालय में की गई। यहां चुम्मन पटेल अपने साथी के साथ नशीली दवाएं बेच रहा था। पुलिस ने आरोपियों के पास से 195 इस्पॉजमो प्लस कैप्सूल बरामद हुआ है। आरोपी एक गोली दस रुपए में बेचा करता था।
इसी तरह पुलिस की मौदहापारा टीम ने रजबंधा मैदान में छापा मारा और मौदहापारा निवासी मोहम्मद साजिद तिगाला और खमतराई निवासी भीम उर्फ सूरज सोनी को गिरफ्तार किया। उनके पास से 40 कोडाइन फॉस्फेट कफ सिरप, 432 हाइड्रो क्लोराइड कैप्सूल बरामद किया है। आरोपी कई दिनों से नशीली दवाएं बेच रहे थे। आरोपियों के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
बड़ा नेटवर्क कर रहा गोरखधंधा
शहर में नशीली दवाइयां बेचने वाला बड़ा नेटवर्क सक्रिय है। अधिकांश चाकूबाजी, लूटपाट और चोरी की घटनाओं में शामिल रहने वाले इन्हीं नशीली दवाइयों का सेवन करते हैं। सीएसपी कोतवाली डीसी पटेल ने बताया कि यह शराब और गांजा से ज्यादा खतरनाक नशा है। इसकी रोकथाम के लिए पुलिस ने अभियान शुरू किया है। इसके तहत नशीली टेबलेट व कफ सिरप बेचने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।
दो से तीन गुना अधिक मूल्य में बिक्री
सीएसपी पटेल ने बताया कि आरोपी प्रतिबंधित दवाओं को नशे के लिए इस्तेमाल करते हैं। एक कफ सिरप 100 रुपए का होता है, जिसे आरोपी 200 रुपए में बेचते हैं। इसी तरह 50 रुपए वाले एक पत्ता टेबलेट 150 से 200 रुपए में बेचते हैं। अधिक मुनाफा कमाने के लिए पूरा खेल चल रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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