मोबाइल नंबर में जा रही है घंटी
एम्स के जूनियर डॉक्टर से डेढ़ लाख रुपए से अधिक की ठगी करने वाले ठगों का पता पुलिस अब तक नहीं लगा पाई है, जबकि ठगों ने जिन मोबाइल नंबरों के जरिए जूनियर डॉक्टर दीपक कुमार सैनी से धोखाधड़ी की गई थी। वे मोबाइल नंबर अब भी एक्टिव है। उसमें घंटी जा रही है। उल्लेखनीय है कि मोबाइल नंबर धारक जितेंद्र ने खुद को भारतीय सेना का जवान बताया था और रायपुर से जम्मू-कश्मीर में ट्रांसफर होने की जानकारी देते हुए अपनी दोपहिया बेचने का ऑफर दिया। इसके बाद अलग-अलग बहाने से दीपक कुमार से १ लाख ४१ हजार रुपए ऑनलाइन ठग लिया।
पकड़ सकती है पुलिस
मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस ने कई ठगों को पकड़ा है। भारतीय सेना के नाम पर ठगी करने वालों को भी पकड़ सकती है। जूनियर डॉक्टर दीपक कुमार को ठगने वाले के मोबाइल नंबर के जरिए उस तक पहुंचा जा सकता है। आरोपी ने जिस मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया है, वह नंबर चालू है। और ओएलएक्स में विज्ञापन भी चल रहा है। आशंका है कि आरोपी अन्य लोगों को भी ठगने की कोशिश में लगा है।
सेना के नाम पर करते हैं आसानी से भरोसा
ऑनलाइन ठगी करने वाले भारतीय सेना के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं। सेना के जवान बनकर बातचीत करते हैं, जिससे आम लोग उस पर आसानी से भरोसा कर लेते हैं। और उसके बताए अनुसार पैसा जमा करने लगते हैं। फिर ठगी का शिकार हो जाते हैं। पिछले चार साल से रायपुर में इस तरह की ठगी का चलन है।
ऑनलाइन खरीदी करने वाले ज्यादा फंस रहे
सेना के फर्जी जवान की ठगी का शिकार शहर के वे युवा ज्यादा बन रहे हैं, जो ऑनलाइन खरीदी-बिक्री में ज्यादा रुचि रखते हैं। खासकर आेएलएक्स में सक्रिय रहते हैं। इन युवाओं को अच्छी बाइक या अन्य वाहन सस्ते में बेचने या अधिक दाम में खरीदने का आफर देते हैं। इससे युवक आसानी से उनके झांसे में फंस जाते हैं।