जेट द्वारा उड़ानें बंद करने के बाद मुंबई के लिए यात्रियों के पास विकल्प की कमी रहेगी, क्योंकि मुंबई के छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में 7 फरवरी से रन-वे क्लोजर का एलान कर दिया गया है, जिसके अंर्तगत 30 मार्च तक हफ्ते में 3 तीन सुबह 11 से शाम 5 बजे तक विमानों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। ऐसे में हफ्ते में मंगलवार, गुरूवार और शनिवार को मुंबई के लिए सीधी उड़ानों पर बड़ा संकट रहेगा। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के निदेशक राकेश सहाय ने बताया कि जेट ने ऑपरेशनल कारणों की वजह से विमान सेवाएं बंद करने की जानकारी दी है। 8 फरवरी को आखिरी उड़ान संचालित होगी, वहीं मुंबई में रन-वे क्लोजर की वजह से विमानन कंपनियों ने मुंबई के लिए समय में बदलाव किया है।
विशाखापट्नम में डेढ़ घंटे रूकेगी एयर इंडिया रायपुर-विशाखापट्नम-मुंबई के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट विशाखापट्नम में आधे घंटे के बजाय डेढ़ घंटे रूकेगी। रायपुर से दोपहर 12.30 बजे टेकऑफ के बाद यह फ्लाइट दोपहर 1.35 बजे विशाखापट्नम पहुंचेगी, वहीं विशाखापट्नम से अपराह्न 3 बजे टेकऑफ के बाद यह फ्लाइट शाम 5.10 बजे मुंबई पहुंचेगी।
इंडिगो की फ्लाइट शाम 4.45 बजे मंगलवार को इंडिगो की फ्लाइट माना एयरपोर्ट से शाम 4.45 बजे टेकऑफ होगी, जो कि शाम 6.45 बजे मुंबई पहुंचेगी। मंगलवार, गुरूवार, शनिवार के अलावा बाकि दिनों सुबह 9.30 बजे रायपुर से मुंबई के लिए इंडिगो की सीधी उड़ानों की सुविधा मिलेगी।
विमान कम इसलिए किराया भी बढ़ा मुंबई के लिए सीधी उड़ानों की संख्या कम होने की वजह से किराए में जबरदस्त बढ़ोतरी हो चुकी है। रायपुर से मुंबई के लिए एक दिन बाद उड़ानों के लिए किराया 10 हजार से अधिक वसूल किया जा रहा है।
ग्राहक संतुष्टि में माना एयरपोर्ट नंबर-1, लेकिन 2 अंक नीचे खिसके एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया के ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण में स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट को देश के 51 घरेलू एयरपोर्ट में सबसे पहला स्थान मिला है। प्रबंधन के मुताबिक यह चौथी बार है जब माना एयरपोर्ट यह अवार्ड मिला है। सालभर में दो बार होने वाले ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण में माना एयरपोर्ट को जुलाई से दिसंबर महीने के सर्वेक्षण में 4.86 अंक मिले, जबकि जनवरी से जून-2018 के सर्वेक्षण में माना एयरपोर्ट ने 4.88 अंक हासिल किए। एयरपोर्ट प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया कि छह महीने में 350 यात्रियों से 30 से अधिक केटेगेरी में यात्रियों सुविधाओं को लेकर एयरपोर्ट अथारिटी के अधिकारी फीडबैक लेते हैं। इसके आधार पर रैकिंग की जाती है।