पुलिस के मुताबिक अप्रैल 2020 में अंबिकापुर कलेक्टर निर्मल तिग्गा के नाम से मुजाहिद अनवर उर्फ एमडी अनवर उर्फ किशोर तिर्की लोगों को फोन करता था और सरकारी नौकरी लगवा देने का झांसा देता था। उसने सरपंच सर्वेश्वर साय पैकरा को फोन किया और अंबिकापुर, बलरामपुर, सरगुजा और जशपुर जिले में डाटा एंट्री ऑपरेटर, क्लर्क, भृत्य और ड्राइवर आदि पर सरकारी नौकरी लगवा देने का झांसा दिया। सर्वेश्वर ने उसकी बातों में आकर अपने रिश्तेदारों व अन्य लोगों को नौकरी लगवाने के नाम पर कुल 23 लाख 65 हजार 207 रुपए दिया। आरोपी ने पैसे ले लिए, लेकिन किसी को नौकरी दी। इसकी शिकायत पीडि़त ने पंडरी थाने में की। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज लिया।
जेल गया, तब रायपुर पुलिस को मिली जानकारी पंडरी थाना में अपराध दर्ज होने के बाद रायपुर पुलिस ने आरोपी की तलाश बंद कर दी। उसे पकडऩे की कोशिश नहीं की। यही वजह है कि आरोपी ने ठगी की राशि से 2 इनोवा कार खरीद लिया और चलाने लगा। बाद में अपने भाई को दे दिया। आरोपी मजे से जशपुर व अन्य इलाकों में घूम-फिर रहा था। इससे रायपुर पुलिस बेखबर थी। इस बीच आरोपी को जशपुर पुलिस ने धोखाधड़ी के एक मामले में कुछ दिन पहले गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाद रायपुर पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार को जशपुर जाकर अपने मामले में गिरफ्तार किया।