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टापू नुमा गांव को नाम दिया गया ‘लंका’
टापू नुमा इस गांव को नदी ने चारों ओर से घेरा है। बारिश में यहां पानी ही पानी दिखाई देता है, इसलिए लोगों ने इसे लंका नाम दे दिया।लंका के निवासी कमल सिंह कुशवाहा का कहना है कि लगभग 50 साल पहले उन्होंने यहां मकान बनाए थे। बारिश में जब कभी बाढ़ की स्थिति बनती है तो इन्हे परेशानी होती है, लेकिन प्रकृति के बीच रहने के आदी हो गए हैं। बुजुर्ग लक्ष्मी बाई का कहना है कि हरियाली से ही खुशहाली आती है। हम यहां खुश हैं, कभी बीमार नहीं होते। पेड़ों की छांव में भीषण गरमी का भी अहसास नहीं होता।गांव के युवा विनोद कुशवाहा का कहना है कि हमारे बुजुर्गों ने यहीं रहना पसंद किया अब हमें भी यहीं अच्छा लगता है। तामोट जाने के लिए नदी पर पकड़ी का छोटा पुल बना लिया है और इसी पुल से होकर यहां रहने वाले लोग नदी पार करते हैं।
इनका कहना है
लंका गांव तामोट पंचायत में आता है, इस गांव के लोगों का पर्यावरण के प्रति लगाव गजब का है। हालांकि बारिश में जब बाढ़ की स्थिति बनती है, तब इन लोगों को बाहर निकालना पड़ता है।
निकिता तिवारी, तहसीलदार गौहरगंज
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