अध्यापक संवर्ग की अशंदायी पेंशन योजना के तहत हर माह वेतन में से दस प्रतिशत राशि की कटौत्री होती है। जो अध्यापक के नाम पर ही जमा होती है। जितनी कटौती होती है उतनी ही राशि शासन अपनी तरफ से मिलाता है और भविष्य में इसी राशि से अंशदायी पेंशन योजना का लाभ दिया जाता है, लेकिन जिले की यदि बात करंे तो अक्टूबर,१७ से यह राशि अध्यापकों के खाते से काटी जा रही है, लेकिन यह राशि शासन के खाते तक नहीं पहुंच रही।
शिक्षा विभाग की उदासीनता
अध्यापक के खाते में से हर माह दस प्रतिशत राशि कटने का मैसेज उन्हें मिल रहा है, लेकिन मुंबई की कंपनी एनएसडीएल जो इस राशि को अध्यापक के खाते से शासन के खाते तक पहुंचाती है। वहां तक यह राशि नहीं जा रही है। यह राशि शिक्षा विभाग द्वारा चालान के माध्यम से एनएसडीएल को भेजी जाती है। जो अभी अक्टूबर माह से बंद है।
आखिर कहां है कटी हुई राशि
अक्टूबर माह से लगातार यह राशि अध्यापक संवर्ग के खाते से काटी जा रही है, लेकिन यह राशि चालान के माध्यम से एनएसडीएल कंपनी को नहीं पहुंचाई जा रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि कटी हुई करोड़ों की राशि वर्तमान में किस खाते में है और इसका ब्याज किसको मिल रहा है।
जिन जिलों में लापरवाही की जा रही है। उन्हें तीन दिन के अंदर चालान जनरेट करने के लिए कहा गया है। साथ ही अभी तक राशि को भेजने में विलंब होने की स्थिति में स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। जिसकी गलती है उस पर कार्रवाई होगी।
अंजू पवन भदौरिया, संचालक लोक शिक्षण संचनालय