ग्रामीणों ने विधायक को सौंपे ज्ञापन में बताया कि हाईस्कूल कामठा के विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा सोमवार को स्कूल के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान प्राचार्य अरविंद भारद्वाज 10 अगस्त, 16 से 19 अगस्त तक लगातार बगैर सूचना के अनुपस्थित पाए गए। शाला में प्राचार्य नही होने से कोई व्यवस्था नही दिखी। शाला में मौजूद छात्रों ने बताया कि युनिफार्म में टाईबेल्ट के नाम पर छात्रों से इस साल भी 50 रूपये की वसूली की गई है। स्कूल में लगभग 500 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है जो कामठा सहित आसपास के दस किमी दूरी से स्कूल आते है। पिछले साल भी लिए गए पैसों के बाद टाईबेल्ट का वितरण ही नही किया गया।
समिति पदाधिकारियों ने कहा कि शाला में उनकी लगातार अनुपस्थिति और मनमर्जी के चलते फीस वसूली की जा रही है जो नियमों के खिलाफ है। समिति सदस्यों ने शिकायत में बताया कि प्राचार्य भारद्वाज तीन साल से स्कू ल में पदस्थ है। इस दौरान एक बार भी शाला प्रबंधन समिति की बैठक नही ली गई है। शाला में आने वाली शासकीय राशि के खर्च का कोई भी हिसाब किताब नही है। खर्च की गई राशि के साथ बजट के लिए भी कोई अनुमोदन नही किया जाता न ही लेनदेन की राशि का हिसाब दिया जाता है। ग्रामीणों ने एक सूर में स्कूल में प्राचार्य की मनमानी को देखते त्वरित कार्यवाही और जांच की मांग की है।
प्राचार्य शासकीय हाईस्कूल कामठा, अरविंद भारद्वाज ने कहा कि कार्य की वजह से स्कूल नही जा पाया। पिछले साल टाईबेल्ट के लिए ली गई राशि से खरीदी की गई है सामान भी आ गया है वितरण किया जाना है। प्रबंधन समिति की बैठक होती रही है। इस सत्र में नही हो पाई है राशि में कोई गड़बड़ी नही है आरोप निराधार है।