ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत झिथराटोला में मनरेगा के तहत मिट्टी सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर है। जहां श्रमिकों से गड्ढा खुदाई का कार्य लिया जा रहा है। इस निर्माण कार्य में ग्रामीणों ने सीईओ नवीन भगत को बताया कि मनरेगा में कार्यरत श्रमिकों को 174 रूपये की दर से भुगतान करना है लेकिन रोजगार सहायक एवं इंजीनियर द्वारा नापी पंजी में गड़बड़ी कर 194 मजदूरों को 110 रूपये के हिसाब से भुगतान करने की जानकारी रोजगार सहायक द्वारा बताया गया है। जिसका समस्त मजदूरों द्वारा विरोध करने पर उल्टे गहराई कम किये हो कहा जा रहा है। जबकि शासन के नियमानुसार खनन किया गया है।
मजदूरों ने की कार्यवाही की मांग
जनपद पंचायत सीईओ नवीन भगत एवं जनपद उपाध्यक्ष रविन्द्र वैष्णव को किशोर तोमरे, तीजल यादव, जागेश्वरी, अमरिका, फूलबाई ने बताया कि रोजगार सहायक द्वारा मनरेगा के काम में बगैर अवलोकन कर मापी पंजी बनाया गया जिसमें श्रमिकों का हस्ताक्षर फर्जी है एवं इंजीनियर द्वारा स्थल का नाप-जोख भी नहीं किया गया और खनन को कम दर्शाया गया है, जिससे मजदूरों को कम भुगतान दिया जा रहा है। जिसकी जांच कर कार्यवाही की मांग की गई।
जनपद पंचायत सीईओ नवीन भगत एवं जनपद उपाध्यक्ष रविन्द्र वैष्णव को किशोर तोमरे, तीजल यादव, जागेश्वरी, अमरिका, फूलबाई ने बताया कि रोजगार सहायक द्वारा मनरेगा के काम में बगैर अवलोकन कर मापी पंजी बनाया गया जिसमें श्रमिकों का हस्ताक्षर फर्जी है एवं इंजीनियर द्वारा स्थल का नाप-जोख भी नहीं किया गया और खनन को कम दर्शाया गया है, जिससे मजदूरों को कम भुगतान दिया जा रहा है। जिसकी जांच कर कार्यवाही की मांग की गई।
मजदूरों का आक्रोश वाजिब
विदित हो कि मनरेगा कार्य के लिए श्रमिकों व मजदूरों को भुगतान किये जाने वाली मजदूरी प्रतिदिन का तय होता है। ऐसे में मजदूरों को तय राशि से कम रूपये मिलने पर आक्रोश में आना तय है। मजदूरों को मालूम है प्रतिदिन १७४ रूपये का रोजी मिलना तय है, अब रोजगार सहायक व इंजीनियर के सांठगांठ से प्रत्येक मजदूरों को 110 रूपये रोजी के हिसाब से रोजी दे रहा है यानि प्रत्येक मजदूरों की रोजी प्रतिदिन ६४ रूपये कम।
विदित हो कि मनरेगा कार्य के लिए श्रमिकों व मजदूरों को भुगतान किये जाने वाली मजदूरी प्रतिदिन का तय होता है। ऐसे में मजदूरों को तय राशि से कम रूपये मिलने पर आक्रोश में आना तय है। मजदूरों को मालूम है प्रतिदिन १७४ रूपये का रोजी मिलना तय है, अब रोजगार सहायक व इंजीनियर के सांठगांठ से प्रत्येक मजदूरों को 110 रूपये रोजी के हिसाब से रोजी दे रहा है यानि प्रत्येक मजदूरों की रोजी प्रतिदिन ६४ रूपये कम।