बता दें कि रामपुर के किसानों ने जमीन कब्जाने का आरोप लगाते हुए सपा सांसद आजम खान और तत्कालीन पुलिस सीओ आले हसन के खिलाफ 23 मुकदमे दर्ज कराए हैं। जिसके बाद आजम खान का नाम भूमाफिया की सूची में डाल दिया गया है। वहीं इसको लेकर आजम खान का कहना है कि मैंने जब से भाजपा के खिलाफ लोकसभा का चुनाव जीता है, तब से ही मुझे सजा दी जा रही है। मुझ पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। वहीं उत्तर प्रदेश की विधान परिषद में भी आजम खान के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया था। इसके बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शनिवार को 21 विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल रामपुर भेजा है। विधान परिषद में सपा नेता और नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के नेतृत्व में पहुंचे विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने जौहर यूनिवर्सिटी और आरपीएस के अलावा कई स्थानों पर आजम खान पर लगे आरोपों की जांच की।
azam khan ने मोदी-योगी को नहीं बल्कि नेहरू, पटेल को ठहराया जिम्मेदार जांच के बाद विधान परिषद में सपा नेता और नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने कहा कि आजम खान के खिलाफ जो अपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। उनकी जांच-पड़ताल करने के लिए मैं 21 विधायकों के साथ यहां आया था। मैं अपनी जांच रिपोर्ट सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को ही सौंपूंगा। जांच के विषय में पूछने पर अहमद हसन ने कहा कि अभी इस विषय पर मैं कुछ नहीं कह सकता हूं। इस दौरान उन्होंने मीडिया को नसीहत देते हुए कहा कि मीडिया अपना काम निष्पक्ष तरीके से करे। आपके सवालों का जवाब लखनऊ में दिया जाएगा। इस विषय पर अखिलेश यादव ही जवाब देंगे।
UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें
Uttar Pradesh Facebook पर Like करें, Follow करें
Twitter पर ..