फसाहत शानू ने कहा कि शहर की जनता के साथ बिजली विभाग द्वारा किये जा रहे उत्पीड़न पर शहर विधायिका डॉ तंज़ीन फातिमा ने भी अफसोस जताते हुए कहा कि पिछले 2 वर्षों से जनता कोरोना महामारी के संकट से घिरी है और लॉकडाउन व कर्फ्यू से जनता वैसे ही रोज़गार और काम को लेकर परेशान हैं। ऐसे में बिजली की कटौती और चेकिंग आवाम का उत्पीड़न और अन्याय है।
उन्होंने कहा कि सपा नेता सांसद आज़म खान के सत्ता में रहते 24 घंटे बिजली मिली और न ही किसी तरह चेकिंग के नाम पर जनता का उत्पीड़न हुआ। आख़िर किसके आदेश पर बिना शेड्यूल बिजली कटौती और चेकिंग की जा रही है। जनता के साथ इस तरह का व्यवहार अत्यंत दुख का विषय है। इसमें प्रशासन को भी दख़ल देकर जनता की पीड़ा को समझते हुए जनता के उत्पीड़न को रोकने के लिए आगे आना चाहिए।
आज़म खान के मीडिया प्रभारी फसाहत शानू ने बताया कि जल्द ही बिजली विभाग की हठधर्मिता और मनमानी को लेकर सपा का प्रतिनिधि मंडल उच्च अधिकारियों से मुलाक़ात करेगा। ताकि एक तरफ कोरोना महामारी के संकट से जूझती जनता कहीं बिजली विभाग की करतूतों को लेकर सड़कों पर उतरने को मजबूर न हो।