दरअसल, रामपुर जिले के केमरी थाना क्षेत्र स्थित गांव गंगापुर कदीम का है। बताया जाता है कि गंगापुर कदीम गांव में कुछ अनुसूचित जाति के परिवार भी रहते हैं। आरोप है कि रविवार यानी आज सुबह अनुसूचित जाति की महिलाएं गांव स्थित शिव मंदिर पूजा-अर्चना और शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए गई थीं। जैसे ही महिलाएं मंदिर पहुंची और शिवलिंग पर जल चढ़ाने लगी तो मंदिर कमेटी के लोगों ने उनके मंदिर आने पर आपत्ति जता दी। महिलाओं का कहना है कि उन लोगों ने हमें जल चढ़ाने से रोक दिया। कमेटी के लोगों ने कहा कि आप लोग मांस का सेवन करते हो। इसलिए मंदिर में पूजा नहीं कर सकते। यह सुनते ही महिलाएं घर लौट आई और पूरा जानकारी अपने परिजनों को दी।
मंदिर जाने से रोकने की बात सुनते ही गांव में रहने वाले अनुसूचित जाति के सभी लोग एकत्रित होकर मंदिर पहुंच गए। उन्होंने महिलाओं को मंदिर जाने से रोकने पर कड़ी नाराजगी जताई। इसी बीच मौके पर दूसरे पक्ष के लोग भी आ गए। देखते ही देखते हंगामा शुरू हो गया। पूरे गांव में तनाव की स्थिति बन गई। इसी बीच किसी ने केमरी पुलिस को सूचना दे दी। सूचना मिलते आनन-फानन में अधिकारियों के साथ पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई।
इस मामले में मंदिर कमेटी के सदस्य ने शिशुपाल ने बताया कि महिलाओं को जल चढ़ाने से नहीं रोका गया है। हमारे ऊपर जो आरोप लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। वहीं इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि शिव मंदिर में जल चढ़ाने को लेकर रोकने के आरोप गलत हैं। दोनों पक्षों में पुरानी रंजिश को लेकर विवाद है। महिलाओं की तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है। फिलहाल गांव में शांति है।