बड़ोदरा से कोटा विवाह में 10 लाख रुपए कीमत के गोल्ड व डायमंड के आभुषण लेकर जा रहे एक परिवार की अटैची मुंबई-जयपुर गणगौर एक्सपे्रस ट्रेन से 27 नवंबर को चोरी हो गई। मामले में नागदा में जब परिवार की नींद खुली तब पता चला। इसके बाद शोर मचा व नागदा, रतलाम आरपीएफ के साथ जीआरपी का संयुक्त दल बनाकर जांच शुरू की। चोर शातिर था, लेकिन सीसीटीवी कैमरे की मदद से पकड़ में आ ही गया।
गहरी नींद में था परिवार रेल मंडल के सुरक्षा आयुक्त कुमार निशांत, जीआरपी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोकामना प्रसाद, आरपीएफ क्राइम ब्रांच के निरीक्षक राकेश कुमार आर्य व आरपीएफ निरीक्षक राकेश कुमार यादव ने बताया कि 27 नवंबर को ट्रेन नंबर 12955 मुंबई जयपुर गणगौर एक्सपे्रस में बड़ोदरा से HA-1 में सीट नंबर 15 व 16 पर कोटा में परिवार के साथ विवाह में जाने के लिए सुनील कुमार बाफना सवार हुए थे। इसी ट्रेन के HA-1 कोच में 13 नंबर सीट पर सूरत से आरोपी विपुल जैन निवासी मीरा रोड मुंबई रतलाम तक का आरक्षण करवाकर सवार हुआ था। जब रात को 4.30 बजे परिवार गहरी नींद में था, तब चोर विपुल ने आभुषण से भरी अटैची को चुराया व रतलाम में उतर गया।
नागदा के पहले खुली नींद इसी बीच ट्रेन रतलाम से चल दी व अटैची के स्वामी सुनील बाफना की नींद नागदा आने से पहले खुली तो अपना सामान गायब देखकर वे हैरान रह गए। इसके बाद उन्होने शोर बचाया व ट्रेन में सवार टीटीई व आरपीएफ-जीआरपी को बताया। नागदा में परिवार उतरा व जीआरपी को सूचना दी। इसके बाद रतलाम में तेजी से संदेश को भेजा गया। जब टीटीई के चार्ट को देखा गया तो डिब्बे में से एक यात्री रतलाम उतरना पाया गया। इसके बाद स्थानीय स्तर पर जीआरपी व आरपीएफ ने सीसीटीवी कैमरे की मदद ली। सीसीटीवी कैमरे में HA-1 कोच से एक यात्री जो चोर विपुल था साथ में ट्रॉली बैग लेकर उतरते पाया गया। जब परिवार को सीसीटीवी कैमरे के दृश्य को दिखाया गया तो उन्होने अपने ट्रॉली बैग को पहचान लिया। इसके बाद तेजी से चोर के फोटो आरपीएफ व जीआरपी के हर कर्मचारी के मोबाइल पर वायरल किए गए।
भारी पड़ गया टिकट निरस्त कराना मुंबई के इस शातिर चोर का रिटर्न का टिकट रतलाम से मुंबई ट्रेन नंबर 12956 जयपुर-मुंबई गणगौर एक्सपे्रस में था। वापसी के समय टिकट एक नंबर से प्रतिक्षा में रह गया, जिसको निरस्त कराने जब विपुल आया तो उसको सीसीटीवी कैमरे में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने देख लिया। इसके बाद तुरंत संदेश वायरल किया गया व टिकट निरस्त की प्रक्रिया को धीमा करने का कह कर आरपीएफ के जवानों ने चोर को पकड़ लिया। शुरू में तो विपुल ने किसी प्रकार की चोरी करने से इंकार कर दिया, लेकिन जब उसको उसी के सुबह के सीसीटीवी कैमरे के दृश् दिखाए तो उसने चोरी करना स्वीकार कर लिया। विपुल स्टेशन रोड स्थित निजी होटल में रुका हुआ था, जहां से आरपीएफ व जीआरपी ने चोरी का ट्रॉली बैग भी बरामद कर लिया।
ये था सामान उस ट्रॉली बैग में आरपीएफ व जीआरपी के अनुसार 10 लाख रुपए कीमत के आभुषण में सोने का हार, चूड़ी, अंगूठी, टीका, डायमंड की अंगूठी, डायमंड का हार आदि शामिल था। जीआरपी व आरपीएफ से मामले में पुछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार पूर्व की चोरियों की जानकारी भी निकाली जा रही है।