मार्क ने बताया कि उन्होंने रतलाम में राजवंश के कई भवनों को देखा है। रतलाम के राजमहल के अलावा लक्ष्मीविलास पैलेस पुराना कलेक्टोरेट, के साथ ही सैलाना राज महल, केकट्स गार्डन, कनेरी, शिवगढ़, सरवन आदि की सैर की। उन्होंने बताया कि शुरुआत में जब वे भारत पहुंचे तो उन्हें ट्रैफिक देखकर बेहद डर लगा, लेकिन अगले कुछ घंटों में वे खुद ही दोस्त के साथ बाईक पर बैठकर घूमने निकल पड़े। मार्क ने बताया कि उनके परिवार, सोशल मीडिया से कुछ खास लोगों से मुलाकात हुई जो रतलाम में उन्हें मिलने भी पहुंचे और बहुत कुछ बताया। यहां आम लोगों से भी मिलने वाला प्यार, वे कभी भूल नहीं पाएंगे।
आप ने बताया कि रतलाम राजमहल में इटालियन शैली की पेंटिंग्स बनी हुई है जो भारत में कुछ ही स्थानों पर है। मैं लंबे समय से रतलाम और आसपास के रियासतों के बारे में जानकारी पढ़ी और समझ रहे थे, लेकिन पहली बार यहां आने पर पता चला वास्तविक में ऐतिहासिक धरोहर है, गौरवशाली है जिन्हें संरक्षण किया जाना आवश्यक है। आपने सोशल मीडिया से जुड़े कई मित्रों एवं आसपास के राजपूत परिवारों से भी भेंट की। इस चर्चा के दौरान अमलेटा के शैलेंद्र सिंह राठौर व प्रियेन्द्र सिंह भी उपस्थित रहे।