आदिवासी अंचल होने से यहां के लोगों को सझमाइश देकर उनके यहां शौचालय बनवाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ी। कोई समझता था तो कोई उलझता था, लेकिन हार नहीं मानी और हर ग्रामीण को समझाने का प्रयास किया, जिसमें टीम सफल रही और अब महज ८७ परिवार ही जनपद में एेसे रह गए है, जिनके यहां शौचालय नहीं है। हालाकि इन सभी के यहां शौचालय निर्माण का काम शुरू हो चुका है, जो कि जल्द पूरा होते ही सैलाना भी ओडीएफ हो जाएगी।
सबके साथ से हुआ संभव
– सभी के सहयोग से यह रतालम व सैलाना जनपद भी ओडीएफ होने आ गई है। आगामी कुछ दिनों में यह ओडीएफ हो जाएगी। अब सिर्फ बाजना जनपद रहेगी, जिसे१५ जुलाई तक ओडीएफ करने का लक्ष्य रखा गया है। कोशिश रहेगी कि उसके पूर्व ही यह काम पूरा कर जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया जाए।
अवधसिंह अहिरवार, जिला समन्वयंक, स्वच्छ भारत मिशन