कहीं बंटी खीर, तो कहीं महाआरती
शरद पूर्णिमा महोत्सव के तहत नया बाजार स्थित द्वारकाधीश मंदिर, रानीपुरा स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर, राजेंद्र चौक हनुमान मंदिर, कुम्हारपुरा नाका के पास राधा-कृष्ण मंदिर, अस्तल मंदिर, खाकीजी मंदिर,नृसिंह मंदिर, मुरलीधर मंदिर, गायत्री मंदिर, चिन्ताहरण गणेश मंदिर पर भजन संध्या के बाद गायत्री परिवार महिला मंडल द्वारा गणेश की आरती कर रात में औषधियुक्त खीर वितरित की गई। परिवार की निशा धनोतिया ने बताया कि इस खीर का सेवन करने से श्वास, दमा व सांस संबंधी बीमारियों से भी छुटकारा मिल जाता है। उपरली टंकी रोड पर नवदुर्गा उत्सव समिति द्वारा कन्याभोज कराया।
शरद पूर्णिमा महोत्सव के तहत नया बाजार स्थित द्वारकाधीश मंदिर, रानीपुरा स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर, राजेंद्र चौक हनुमान मंदिर, कुम्हारपुरा नाका के पास राधा-कृष्ण मंदिर, अस्तल मंदिर, खाकीजी मंदिर,नृसिंह मंदिर, मुरलीधर मंदिर, गायत्री मंदिर, चिन्ताहरण गणेश मंदिर पर भजन संध्या के बाद गायत्री परिवार महिला मंडल द्वारा गणेश की आरती कर रात में औषधियुक्त खीर वितरित की गई। परिवार की निशा धनोतिया ने बताया कि इस खीर का सेवन करने से श्वास, दमा व सांस संबंधी बीमारियों से भी छुटकारा मिल जाता है। उपरली टंकी रोड पर नवदुर्गा उत्सव समिति द्वारा कन्याभोज कराया।
हवन के साथ हुई महाआरती शरद पूर्णिमा के उत्सव पर ईदगाह रोड दक्षिण मुखी श्री कालिका माता मन्दिर के पास सगस बावजी मन्दिर पर ढोल ढमाको के साथ महाआरती व हवन किया गया। कालिका माता मन्दिर समिति ने बताया कि सन 2004 मे सगस बावजी की स्थापना की सगस बावजी के मदिरा पान का सेवन चढता है, जिसमे राजू विजवा, निलेश सोलंकी, गोविंद पितावजा, धर्मेंद्र रावल, सोनू गेहलोद, कमल खडिवार, हरीश गेहलोत, राजेश विजवा ने आहुतिया दी।